राजस्थान में परमाणु बिजली घर के लिए 100.05 हेक्टेयर वन भूमि स्वीकृत, जल्द शुरू होगा निर्माण
Rajasthan News : 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली 2800 मेगावाट क्षमता की माही बांसवाड़ा राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए 100.05 हेक्टेयर वन भूमि की स्वीकृति जारी कर दी गई है। इस संबंध में भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन वन रूपांतरण प्रभाग कार्यालय ने स्वीकृति जारी कर दी है।
इसके साथ ही छोटी सरवन उपखंड क्षेत्र में 700 मेगावाट क्षमता के चार परमाणु रिएक्टरों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। जहां एक परमाणु ऊर्जा उत्पादन संयंत्र से एक दिन में 19 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। एनपीसीआईएल निदेशक, परमाणु विद्युत गृह परियोजनाएं, मुंबई रंजय शरण ने बताया कि बांसवाड़ा में उत्पादित 2800 मेगावाट बिजली का आधा हिस्सा राजस्थान को मिलेगा। परियोजना निदेशक सरोज कुमार वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने अगस्त में निर्माण की तिथि तय कर सूचना जारी कर दी है।
यह पूरा होते ही जहां प्लांट स्थापित होना है वहां का मिट्टी परीक्षण कर बिना देरी से प्लांट बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। बांसवाड़ा दौरे के दौरान बनर्जी ने जहां प्लांट बनाया जाना है उस मौके का निरीक्षण किया और प्रोजेक्ट की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। उन्होंने जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के अधिकारी विजयेश पंड्या, डीईओ बंसी लाल आदि अधिकारियों के साथ सीएसआर कार्यक्रम को लेकर बैठक भी की। गौरतलब है कि बांसवाड़ा में 2800 मेगावाट क्षमता वाला न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाया जाना है।