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Edible Oil Rate: त्योहार के सीजन में बढ़ सकती है खाद्य तेलों की कीमतें, महंगाई दरों में इजाफा होने की आशंका

Food Oil Price :आगे आने वाले त्यौहारी सीजन में खाने के तेलों की कीमतों में तेजी आने की आशंका जताई जा रही है। कपास के तेल की भी कीमत 4-5 रुपए महंगी हो सकती है। सब्जियां भी लोगों की जेब पर काफी गहरा प्रभाव डाल रही है। अब खाने के तेल के दामों में भी बढ़ोतरी की आशंका ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

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Edible Oil Rate: त्योहार के सीजन में बढ़ सकती है खाद्य तेलों की कीमतें, महंगाई दरों में इजाफा होने की आशंका

Cottonseed Oil Price : आने वाले त्योहारों के सीजन में खाने के तेल के दाम में बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है की कपास के तेल में भी 4 से 5 रुपए बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसकी वजह से अन्य खाने के तेलों पर भी गहरा संकट आने की  संभावना जताई जा रही है। कपास के तेल का इस्तेमाल कई खाने की चीज़े बनाने के लिए किया जाता है।

मिली जानकारी के मुताबिक साथ यह बताया गया है इस बार खरीफ सीजन में कपास की बुवाई कम होने की वजह से उत्पादन प्रभावित रहने की आशंका जताई जा रही है। जो तेल की कीमतों को और बोल देगा। टमाटर प्याज में अन्य सब्जियों की कीमतों ने लोगों को पहले से ही परेशान कर रखा है। अब खाने के तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना ने परेशानियां बढ़ा दि है।

आगे आने वाले त्यौहारी सीजन में कपास के तेल के दाम 4 से 5 रूपए प्रति लीटर बढ़ाने की आशंका जताई जा रही है। मिली रिपोर्ट के मुताबिक इंडस्ट्रीज के अधिकारियों ने कहा कि इस साल कपास के उत्पादन में कमी के कारण और त्यौहारी सीजन में डिमांड के बढ़ने से कपास के तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। यह स्थिति अगले तीन-चार महीना तक जारी रहने का अनुमान है।

इस सीजन कम बुवाई ने बढ़ाई चिंता

इंडस्ट्रीज के अधिकारियों ने बताया कि साल कपास की बुवाई का क्षेत्रफल बहुत कम है। जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा। इंडस्ट्रीज के आंकड़ों के अनुसार 2024 में कपास की बुवाई 19 जुलाई तक 102.05 लाख हेक्टेयर में की गई है, जो पिछले साल 105.66 लाख हेक्टेयर की तुलना में लगभग 3.61 फीसदी कम है। इससे कपास की कटाई के बाद तेल की कीमतों पर सीधा असर पड़ सकता है।

पंजाब में किसानों ने बहुत काम की कपास की बुवाई

पिछले साल पंजाब में कपास की फसल को गुलाबी सुंडी ने काफी प्रभावित किया था जिस वजह से किसानों ने इस बार नुकसान की संभावना से कपास की बहुत कम बुवाई की है। किसानों द्वारा किया गया यह बदलाव अगले साल के पास के तेल की आपूर्ति तथा मांग में बाजार में उतार चढ़ाव का कारण बन सकता है।

खाने की चीजों में महंगाई दर में उछाल की संभावना

लोग पहले से ही टमाटर प्याज और आलू जैसी अन्य सब्जियों की बड़ी हुई कीमतों से परेशान है। अब खाने के तेल में बढ़ोतरी ने  लोगों की परेशानी बढ़ा दिया। जून महीने में खाद्य मंगाई दर 1.28 फीसदी से बढ़कर 8.68 फीसदी पहुंच गई है। इससे पिछले महीने में खाद्य महंगाई दर 7.40 प्रतिशत थी। कुछ हफ्तों से सब्जियों और दालों की महंगाई को देखते हुए अगले महीने में खाद्य महंगाई में बढ़ोतरी होने की आशंका है।

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