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अरावली की पहाड़ियों को चीरते हुए निकलेगी 2 ट्रेन एक साथ, सरकार लेकर आई है यह प्रोजेक्ट

इस ट्विन टनल के बनने के बाद गुड़गांव की पलवल, नूंह और सोनीपत की रेल मार्ग से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। एचआरआईडीसी ने 1088 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली डबल टनल का काम भारत सरकार की नवरत्न कंपनियों में शामिल रेल विकास निगम यानी आरवीएनएल को सौंपा है।
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Two trains will pass simultaneously through the Aravalli hills, the government has brought this project.
Haryana: हरियाणा के गुरुग्राम जिले में अरावली की पहाड़ियों में 4.7 किमी तक डबल टनल बनेगी। हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन ने निर्माण का काम आरवीएनएल (नवरत्न कंपनी) को अलॉट किया गया है। यह भारत की पहली सबसे लंबी डबल टनल होगी, जिसमें से एकसाथ दो ट्रेनें गुजर सकेंगी। इस सुरंग की ऊंचाई करीब 25 मीटर होगी। 2026 तक इस प्रॉजेक्ट को पूरा करने का प्लान है।

इस ट्विन टनल के बनने के बाद गुड़गांव की पलवल, नूंह और सोनीपत की रेल मार्ग से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। एचआरआईडीसी ने 1088 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली डबल टनल का काम भारत सरकार की नवरत्न कंपनियों में शामिल रेल विकास निगम यानी आरवीएनएल को सौंपा है।

कई शहर की बड़ी इंडस्ट्रीज के रेल नेटवर्क आपस में जुड़ेंगे

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) पलवल से सोनीपत तक कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे के साथ बनाया जा रहा है। जो दिल्ली आगरा, दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-रोहतक और दिल्ली-अंबाला रेलवे लाइन को जोड़ेगी। इस प्रॉजेक्ट के पूरा होने से सबसे बड़ा फायदा पलवल, फरीदाबाद, मानेसर, गुड़गांव, बहादुरगढ़ और सोनीपत की बड़ी इंडस्ट्रीज को होगा और ये शहर सीधे आपस में रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।

टनल को निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण

एचआरआईडीसी के अधिकारियों ने बताया कि अरावली की पहाड़ियों के बीच से इस टनल को निकालना बेहद चुनौतीपूर्ण है। इसलिए इस प्रॉजेक्ट के सभी तकनीकी पैरामीटर का मूल्यांकन करने के बाद बिडिंग निकाली गई और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत RVNL को इसका काम सौंपा गया है। 2026 तक इसके निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

इस प्रॉजेक्ट में ट्विन टनल का निर्माण, बैलास्टलेस ट्रैक की स्थापना, सामान्य विद्युत सेवाओं का विस्तृत डिजाइन, कमीशनिंग, तटबंध, पुल और अन्य विविध कार्यों का डिजाइन और निर्माण कार्य शामिल हैं। टनलिंग बनाने में RVNL के व्यापक अनुभव और अन्य परियोजनाओं को संभालने में उनके सिद्ध ट्रैक रेकॉर्ड ने डबल टनल सुरंग निर्माण की इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाने में मदद मिलेगी।

ये हैं एचओआरसी प्रॉजेक्ट

-कुल परियोजना लागत करीब 5556 करोड़ रुपये है।
-KMP के साथ 150 से 200 फीट जगह में होगी रेल लाइन।
-गुरुग्राम जिले में 4 स्टेशन बनेंगे, डबल लाइन सुरंग भी यहीं पर।
-पूरी लाइन में 23 प्रमुख जलमार्ग पुल, 195 मामूली जलमार्ग पुल।
-तीन नए फ्लाईओवर, दो रोड ओवरब्रिज और 153 रोड अंडरब्रिज होंगे।
-इलेक्ट्रिक ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार होगी।

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