UP वालों को मिली 65KM लंबे एक्सप्रेसवे की सौगात, आगरा से अलीगढ़ जाना रह जाएगा मिनटों का खेल

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश को एक और महत्वपूर्ण उपहार मिला है। आगरा से अलीगढ़ तक एक राजमार्ग बनाया जाएगा। यह राजमार्ग अगले मार्च से बनाया जाएगा। कुल 65 किमी लंबे चार लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण करने में 3200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की थी। इस परियोजना के लिए अभी 1796 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। अलीगढ़ से आगरा जाने में वर्तमान में ढाई घंटे का समय लगता है। रेलवे के निर्माण के बाद यात्रा सिर्फ 90 मिनट की होगी। वाहन चालकों को एक घंटे की बचत होगी।
ध्यान दें कि लगभग एक दशक पहले आगरा-अलीगढ़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की गई थी। योजना का उद्देश्य असरोई हाथरस को यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से खंदौली टोल प्लाजा से जोड़ना है। इसके बाद इसे अलीगढ़ नेशनल हाईवे-91 से जोड़ा जाएगा। प्रोजेक्ट के लिए 390 हेक्टेयर जमीन दी जाएगी। जो काम शुरू हो चुका है। बता दें कि आगरा में खंदौली से होकर रामनगर, मुलूपुर और पैंतीखेड़ा से गुजरने वाला एक्सप्रेसवे है। उसके लिए चार गांवों से 29 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी।
दो चरणों में होगा, इस एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इसके लिए प्रयास शुरू किए हैं। नेशनल हाईवे-91 (अलीगढ़) से असरोई हाथरस तक इसकी कुल दूरी 28 किलोमीटर होगी।
दूसरे फेज को लेकर जल्द होगा ऐलान
यमुना एक्सप्रेसवे को असरोई से खंदौली टोल प्लाजा तक दूसरे फेज में बनाया जाएगा। इसकी कुल दूरी 37 किमी होगी। पहले चरण के लिए नितिन गडकरी ने 1796 करोड़ रुपये की लागत मंजूरी दी है। दूसरा पैकेज जल्द घोषित हो सकता है। ये राजमार्ग आगरा से हाथरस और अलीगढ़ के बाहरी क्षेत्रों से गुजरेगा। नई दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और आगरा से आने वाले लोग भी इससे लाभ उठाएंगे।