राजस्थान की जनता को मिली एक और रेल लाइन की सौगात, रेल मंत्री ने दी जानकारी
Saral Kisan : रेलवे मंत्रालय ने राजस्थान में लंबे समय से मांग की जा रही पुष्कर-मेड़ता और रास-मेड़ता रेल लाइन को मंजूरी दी है। इस रेलवे लाइन की मांग को लेकर सांसद दीया कुमारी लगातार प्रयास कर रही थीं। रेलवे लाइन को मंजूरी मिलने पर दिया कुमारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री वैष्णव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि योजना राजसमंद लोकसभा क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। उनका कहना था कि दोनों रेलवे लाइन परियोजनाओं के लिए वे लंबे समय से काम कर रहे थे और अब उनके प्रयासों में सफलता मिली है। पुष्कर-मेड़ता रेलवे लाइन पूरी होने पर यात्रियों को बीकानेर से अजमेर और उदयपुर तक सीधी ट्रेन मिल जाएगी।
59 किलोमीटर लंबी पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन
59 किलोमीटर लंबी पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन के लिए पूर्ववर्ती रेल बजट का पुन: सर्वे किया गया और अब बहुप्रतिक्षित पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन को मंजूरी दी गई है। पुष्कर-मेडता रेलवे लाइन से धार्मिक नगरी पुष्कर और रामस्नेही संप्रदाय की रेण पीठ जाने वाले श्रृद्धालुओं को भी रेल की सुविधा मिलेगी।
रास-मेड़ता के बीच 47 किलोमीटर होगी रेल लाइन
रास-मेड़ता के बीच लगभग 47 किलोमीटर की एक नई रेलवे लाइन भी रेल मंत्रालय ने मंजूरी दी है। दिया कुमारी ने कहा कि रास और मेड़ता के बीच एक रेल लाइन बनाने से क्षेत्र के सीमेंट उद्योग और सीमेंट फैक्ट्रियों में काम करने वाले हजारों लोगों को सुविधा मिलेगी। उनका कहना था कि रास-मेड़ता रेल लाइन इलाके में विकास के नए आयामों को जन्म देगी। मावली-मारवाड़ रेलवे लाइन परियोजना और सांसद दिया कुमारी पुष्कर-मेड़ता और रास-मेड़ता रेलवे लाइन परियोजना को मंजूरी देने के लिए बहुत मेहनत की गई है।
ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश की इस महिला के बिल जमा करवाते ही लखनऊ तक मच गया हड़कंप, अधिकारियों के उड़े होश