उत्तर प्रदेश में रिंग रोड की तर्ज पर बनेगी रिंग रेल, 10 स्टेशन होंगे विकसित

Uttar Pradesh : योगी सरकार जाममुक्त और आरामदायक राजधानी लखनऊ बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। जाम से छुटकारा पाने के लिए सरकार ने बाहर रिंग रोड बनाया। इसका लाभ यह हुआ कि बड़े वाहन अब शहर के अंदर नहीं जा रहे हैं, बल्कि बाहर जा रहे हैं। जिससे जाम नहीं होता। अब बाहरी रिंग रोड की तरह रिंग रेल बनाने की योजना बनाई जा रही है।
शहर में एक रिंग रेल बनाई जाएगी। शहरी क्षेत्र में दसवीं छोटी स्टेशनें बनाई जाएंगी। चारबाग और लखनऊ जंक्शन की ट्रेनें इन स्टेशनों पर शिफ्ट होंगी। चारबाग और लखनऊ जंक्शन पर ट्रैफिक दबाव कम होगा तो शोर-शराबे से भी छुटकारा मिलेगा। इस योजना पर लगभग चार हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। उम्मीद है कि इस पर काम छह महीने में शुरू हो जाएगा।
रिंग रेल के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के स्टेशन उतरेटिया, मल्हौर, ट्रांसपोर्टनगर, मानकनगर, आलमनगर, ऐशबाग, सिटी स्टेशन, डालीगंज, बादशाहनगर और गोमतीनगर होंगे। इस पर बहस चल रही है। ट्रांसपोर्टनगर से उतरेटिया के बीच एक ट्रैक दोहरी हो गया है। यहां स्पीड 100 km/h होगी। इसके लिए चारबाग स्टेशन से 29 गैर-प्रीमियम ट्रेनों को उतरेटिया से पार कर ट्रांसपोर्ट नगर भेजा जाएगा।
लखनऊ से कानपुर के बीच बनेगा, फोरलेन
फोरलेन प्रोजेक्ट लखनऊ से कानपुर के बीच बनाया जाएगा। बाईपास लाइन बनाई जाएगी और उन्नाव ट्रैक को फोरलेन किया जाएगा। दिल्ली की ओर चलने वाली ट्रेनें उन्नाव को पार करेंगे।