अब रेल में लोकोपायलट के लिए लगेंगे AC , इंजन में बाथरूम की सुविधा भी मिलेगी
AC Loco Pilots :दरअसल, इंजन में टॉयलेट न होने की वजह से कई बार पुरुष और महिला लोको पायलटों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। नेचर कॉल को भी लंबे समय तक होल्ड पर रखना पड़ता है। इसमें भी महिला लोको पायलटों को ज्यादा परेशानी होती है।
Indian Railways : रेलवे ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है कि अब नए इंजन यानी लोकोमोटिव में लोको पायलटों के लिए एसी लगाया जाएगा। साथ ही उन्हें नेचर कॉल की भी चिंता नहीं करनी पड़ेगी। क्योंकि नए लोकोमोटिव में टॉयलेट भी लगाया जाएगा। इसका डिजाइन भी बन चुका है और कुछ लोकोमोटिव में इसे लगाया भी गया है।
दरअसल, इंजन में टॉयलेट न होने की वजह से कई बार पुरुष और महिला लोको पायलटों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। नेचर कॉल को भी लंबे समय तक होल्ड पर रखना पड़ता है। इसमें भी महिला लोको पायलटों को ज्यादा परेशानी होती है। ऑल इंडिया लोको पायलट एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष आरएस गुर्जर और मंडल अध्यक्ष (सोलापुर) पिंटू राय का कहना है कि लोको पायलटों को लंबे समय तक ट्रेनों का संचालन करना पड़ता है।
इस तरह से शौचालय ब्रेक के लिए पुरुष लोको पायलट से पूछना पड़ता है। स्टेशन मास्टर से लेकर कंट्रोल रूम तक सभी वॉकी-टॉकी मैसेज सुनते हैं शर्म आती है। शौचालय की सुविधा नहीं होने से परेशानी हो रही है। अकेले उत्तर पश्चिम रेलवे के करीब 15 फीसदी लोको पायलट डायबिटीज और 60 फीसदी से ज्यादा गैस्ट्रिक की समस्या से जूझ रहे हैं।
रेलवे का यह फैसला लोको पायलट के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद साबित होगा। उधर, रेलवे के मुख्य प्रवक्ता कैप्टन शशि किरण का कहना है कि रेलवे के इस फैसले से पायलटों को न तो गर्मी में परेशानी होगी और न ही उन्हें शौच रोकना पड़ेगा। उत्तर पश्चिम रेलवे में करीब 20 लोको में एसी लगा दिए गए हैं। नए लोको में शौचालय भी लगा दिए गए हैं, जो जल्द ही उपलब्ध हो जाएंगे।