NCR News : अब गाजियाबाद, नोएडा-ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर फरीदाबाद का आना जाना होगा सुगम, प्रोजेक्ट पर ल रहा है काम
Saral Kisan : एनआईटी से ग्रेटर फरीदाबाद की ओर जाने में जाम का सामना करने वाले लोगों को आने वाले वक्त में राहत मिल सकती है। समस्या के समाधान के लिए ईस्ट और वेस्ट फरीदाबाद के हिस्से को जोड़ने को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए PWD ने एक एजेंसी से फिजिबिलिटी टेस्ट कराकर DPR (डिटेल प्रॉजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करवा ली है।
एजेंसी ने DPR को PWD को सौंप दिया है। अब PWD सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक कर इस रिपोर्ट पर मंथन करेगा, जिसके बाद इसे सरकार की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस सर्वे में एजेंसी ने दो रूट चिह्नित किए हैं, जो ईस्ट फरीदाबाद को वेस्ट फरीदाबाद से जोड़ने का काम करेंगे। इससे आने वाले दिनों में ग्रेटर फरीदाबाद का एनआईटी से सीधा संपर्क होगा।
भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो ग्रेटर फरीदाबाद और एनआईटी तीन हिस्सों में बंटा है। एक हिस्सा राष्ट्रीय राजमार्ग के इस पार एनआईटी और दूसरा सेक्टर-11, 12 और नहरपार कहें या दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के उस पार ग्रेटर फरीदाबाद। ऐसे में तीनों इलाकों में आने-जाने के लिए सीधी कनेक्टविटी नहीं है।
अभी फरीदाबाद में इस तरह है रास्ता-
एनआईटी के लोगों को ग्रेटर फरीदाबाद या नोएडा-ग्रेटर नोएडा-गाजियाबाद आना-जाना हो तो उन्हें कई रास्तों का सहारा लेना पड़ता है। अब एफएमडीए अपना पहला काम इन्हीं हिस्सों को जोड़ने का शुरू करने जा रहा है। गुड़गांव-फरीदाबाद आने-जाने वाले इस कनेक्टिविटी की मदद से एक छोर से दूसरे तक कुछ ही मिनट में पहुंच जाएंगे। बाईपास पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड बन रही है। इसी एक्सप्रेसवे से नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी की दिशा में काम शुरू हो गया है। इससे KGP तक आना-जाना आसान होगा। यमुना नदी पर मंझावली पुल का निर्माण चल रहा है। फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद कनेक्टिविटी पर भी जल्द काम शुरू होने वाला है।
सीधे हाइवे को पार कर सकेंगे लोग-
शहर के तीनों हिस्सों को जोड़ने के लिए एलिवेटेड यूटर्न दो जगह बनाए जाएंगे। एलिवेटेड यूटर्न नैशनल हाइवे के ऊपर से होकर निकाले जाएंगे। यूटर्न बड़खल व बाटा रेलवे पुलों से जोड़े जाएंगे, ताकि एनआईटी की ओर से वाहन चालक सीधे बाईपास पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड से कनेक्ट हो सकें। यहां से ग्रेटर फरीदाबाद की ओर जा सकें। योजना पर 300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके साथ ही इस प्रॉजेक्ट में बाकी रूट का अलग बजट तय किया गया है। इसे FNG (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) लिंक रोड से भी कनेक्ट किया जाएगा।
ईस्ट फरीदाबाद को वेस्ट फरीदाबाद से जोड़ने के लिए बाटा और बड़खल ROB के रूट को चुना गया है। चार रूट पर फिजिबिलिटी टेस्ट के बाद इन दोनों रूट को DPR में फाइनल किया गया है। प्लान है कि बाटा ROB पर हाइवे की ओर उतरते समय स्लिप रोड बनेगी। स्लिप रोड (नीलम पुल की ओर) ऊपर उठती चली जाएगी। आगे जाकर यही सड़क एलिवेटेड होते हुए हाइवे पार कर दूसरी ओर (कोर्ट रोड की ओर) उतरेगी। इसके बाद कोर्ट रोड से कनेक्ट हो जाएगी।
एलिवेटेड यूटर्न से सीधे हाइवे को करेंगे पार-
ऐसे ही कोर्ट रोड से एक सड़क (बल्लभगढ़ की ओर) ऊपर उठती हुई जाएगी और हाइवे पर एलिवेटेड सड़क बनाकर दूसरी ओर (बाटा रेलवे पुल) से कनेक्ट हो जाएगी। मतलब एनआईटी की ओर से जिन लोगों को बाईपास पर या ग्रेटर फरीदाबाद जाना है, वे लोग एलिवेटेड यूटर्न से सीधे हाइवे को पार कर सकेंगे। उन्हें हाइवे के चौराहे पर जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। इससे हाइवे पर बाटा का चौराहा फ्री हो जाएगा। ऐसे ही जिन लोगों को बाईपास या ग्रेटर फरीदाबाद से एनआईटी जाना है, वे भी एलिवेटेड यूटर्न का इस्तेमाल कर सकेंगे।
दिल्ली की ओर का रास्ता-
ऐसे ही बड़खल ROB पर हाइवे की ओर उतरते समय स्लिप रोड बनेगी। जो ऊपर उठते हुए (दिल्ली की ओर) कुछ दूरी पर जाकर हाइवे को एलिवेटेड सड़क के रूप में पार करेगी, फिर दूसरी ओर बड़खल स्मार्ट रोड से कनेक्ट हो जाएगी। बड़खल स्मार्ट रोड से एक सड़क (ओल्ड फरीदाबाद की ओर) उठती हुई बनेगी जो आगे जाकर हाइवे को एलिवेटेड सड़क के रूप में पार करेगी और दूसरी ओर बड़खल रेलवे पुल से जुड़ जाएगी। पुल के दोनों ओर एलिवेटेड यूटर्न बनेंगे।
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