उत्तर प्रदेश के इस शहर में 300 हेक्टेयर में बनाई जाएगी नई टाउनशिप, जमीन अधिग्रहण हुआ शुरू
यूपी के बरेली में 300 हेक्टेयर जमीन पर नई टू टाउनशिप विकसित की जाएगी। बरेली विकास प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया है।
Saral Kisan, UP : बरेली में 300 हेक्टेयर जमीन पर बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) ग्रेटर बरेली टू नाम से टाउनशिप विकसित करेगा। शासन से मंजूरी मिलने के बाद जमीन की तलाश शुरू हो गई है। जल्द ही जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। रामगंगा नगर और ग्रेटर बरेली के बाद शहर में बीडीए की यह तीसरी बड़ी टाउनशिप होगी। हाल में ही ग्रेटर बरेली योजना में करीब सात सौ प्लॉट का आवंटन किया गया है।
बीडीए के अफसरों ने ग्रेटर बरेली टू के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी है। हाल में ही बीडीए ने अपना दायरा भी बढ़ाया है। अब करीब 299 गांव बीडीए की सीमा में हैं। सदर तहसील के पांच, आंवला के 14 और फरीदपुर क्षेत्र के 16 गांवों को प्राधिकरण में शामिल करने की अनुमति शासन से मिली थी।
बता दें कि बीडीए की ग्रेटर बरेली योजना को सरकार से सराहना मिल थी और बीडीए को उस समय 100 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह ने बताया कि ग्रेटर बरेली-टू योजना पर काम किया जा रहा है। जल्द ही इसे लांच किया जाएगा।
सुविधाएं मिली तो चमक गईं बीडीए की योजनाएं
रामगंगा नगर बसाने के लिए बिथरी चैनपुर में वर्ष 2004 में बीडीए ने 276 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था। यहां काम शुरू होने में देरी हुई तो सैकड़ों मकान बनाकर लोगों ने इस जमीन पर कब्जा कर लिया। 2022 में बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह के नेतृत्व में यहां अभियान चलाकर कब्जे हटवाए गए। इसके बाद गंगा, नर्मदा, कावेरी, अलकनंदा, ब्रह्मपुत्र, साबरमती, सरस्वती, शिवम, सत्यम एन्क्लेव नाम से इसमें 12 सेक्टर बनाए गए।
यहां पार्क, चौड़ी सड़कें तेजी से बनीं और चौराहों के सुंदरीकरण के साथ बिजली का काम पूरा हो गया तो देखते ही देखते ढाई हजार से अधिक प्लॉट बिक गए। इसके बाद बीडीए ने इसी साल 1600 करोड़ रुपये की लागत से ग्रेटर बरेली योजना लांच कर दी। इसमें 240 हेक्टेयर जमीन खरीदी गई। अब ग्रेटर बरेली टू में 300 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। बीडीए की ओर से मिल रही सुविधाओं ने इन योजनाओं को गति दी।
रिंग रोड से होगा कॉलोनियों का विस्तार
शाहजहांपुर रोड से जोड़कर रिंग रोड के निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। इधर, बदायूं से गंगा एक्सप्रेसवे निकलने से वहां की कनेक्टिविटी और भी बढ़ेगी। शहर के अंदर के हिस्सों में पहले ही गेटबंद कॉलोनियां विकसित हो चुकी हैं। अब कॉलोनाइजर शहर के बाहरी हिस्से में कॉलोनियां तैयार कर रहे है।
बीडीए ने सीमा विस्तार में फरीदपुर, आंवला के सबसे अधिक गांव लिए गए हैं। माना जा रहा है कि ग्रेटर बरेली टू टाउनशिप बदायूं रोड पर आ सकती है। ऐसे में यह रिंग रोड से भी जुड़ेगी और इस रोड पर बन रही अवैध कॉलोनियों पर भी नकेल कसेगी। इसके साथ ही ग्रीन बेल्ट का दायरा भी बढ़ेगा।
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