भारत के पड़ोसी देश में मंकी पॉक्स की दस्तक, जानिए इस खतरे वाले वायरस का फैलाव और लक्षण
Treatment Of Monkey Pox :मंकीपॉक्स चेचक और चिकनपॉक्स की तरह ही एक वायरल बीमारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। यह वायरस अन्य चेचक वायरस की तरह ही ऑर्थोपॉक्स वायरस परिवार से संबंधित है।
Symptoms Of Monkey Pox : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। इसके बाद पाकिस्तान में इस साल का पहला मरीज मिला है। वह सऊदी अरब से लौटा था और नए वैरिएंट से संक्रमित है। मालूम हो कि मंकीपॉक्स का नया वैरिएंट कांगो समेत दक्षिण अफ्रीकी देशों से फैलना शुरू हुआ है। पाकिस्तान का यह मामला अफ्रीका के बाहर दूसरा मामला है। इससे पहले स्वीडन में पहला मामला मिला था।
क्या है
मंकीपॉक्स चेचक और चिकनपॉक्स की तरह ही एक वायरल बीमारी है। यह वायरस अन्य चेचक वायरस की तरह ही ऑर्थोपॉक्स वायरस परिवार से संबंधित है। यह जानवरों से फैलने वाली बीमारी है। बंदर भी इससे संक्रमित होते हैं, इसलिए इसका नाम मंकीपॉक्स या एमपॉक्स पड़ा। संक्रमित जानवर के संपर्क में आने पर यह बीमारी इंसानों में फैलती है।
अभी से क्यों चेतावनी
चेचक उन्मूलन के बाद, WHO की सिफारिशों के बाद चेचक के टीके बंद कर दिए गए। इस वजह से लोग इस वायरस के प्रति संवेदनशील हो गए। इसीलिए WHO ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी माना है। जिन लोगों को चिकनपॉक्स हुआ है या जिन्होंने इसका टीका लगवाया है, उन्हें इसका खतरा नहीं है। (जैसा कि अनिरुद्ध शर्मा को बताया)
इस साल 14,000 लोग मंकीपॉक्स बीमारी से संक्रमित हुए।
इस साल भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
इससे पहले भारत में 2023 में 4 और 2022 में 23 मामले दर्ज किए गए थे।
यह जरूरी नहीं है कि शरीर पर दाने मंकीपॉक्स ही हों
भारत को जागरूक होने की जरूरत है। क्योंकि हर बुखार और शरीर पर दाने जरूरी नहीं है कि वह MPOX ही हो। वैसे भी देश में इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के तहत बुखार के साथ दाने के मामलों पर नजर रखी जा रही है। अगर कोई मामला मिलता है तो उसे पकड़ा जाएगा।