उत्तर प्रदेश में नई रेल लाइन के लिए 9 गांवों से ली जाएगी जमीन, तैयारियां जारी

Uttar Pradesh : आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेलवे लाइन के लिए नौ गांवों में जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव बनाया गया है। रेलवे टीम प्रस्ताव लेकर गई है। रेलवे धारा 21 ए को आगामी दिनों में इन गांवों में जमीन अधिग्रहण के लिए जारी कर सकता है। उसके तीन दिन बाद 20 ई के प्रकाशन के बाद भूमि अधिग्रहण व मुआवजा भुगतान की तैयारी शुरू हो जाएगी। 57 गांवों से गुजरने वाली नई रेलवे लाइन जिला मुख्यालय को रेलवे नेटवर्क से जोड़ेगी। इसमें से 45 गांवों का अधिग्रहण महराजगंज जिला के उपभूमि अध्याप्ति विभाग द्वारा किया जाता है। इसके अलावा गोरखपुर जिले के कैम्पियरगंज में 12 गांव हैं: माधोपुर, रमवापुर, इंदरपुर, सरपतहा, लक्ष्मीपुर सुम्हाखोर, राजपुर, कम्पियरनगर, चौमुखा, बनभागलपुर, बसंतपुर, लोहरपुरवा और ठाकुरनगर।
इन गांवों को गोरखपुर से जमीन मिलेगी। 57 में से 29 गांवों में अभी तक जमीन अधिग्रहण का रास्ता साफ हो चुका है। जिला मुख्यालय से महुअवा तक सर्वे सहित अन्य कार्य पूरे हो चुके हैं। भुगतान की प्रक्रिया अभी चल रही है। रेलवे ने उप भूमि अध्याप्ति विभाग को इसके लिए ढाई अरब रुपये का अतिरिक्त बजट दिया है। अब महुआ से चेहरी तक कुल नौ गांवों में जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव बनाया गया है।
अभी तक 429 करोड़ का जारी हो चुका है टेंडर
53 किमी लंबी इस नई रेल लाइन के लिए रेल मंत्रालय ने 57 गांवों में 194 हेक्टेयर जमीन खरीदेगी। 1.11 अरब से अधिक का मुआवजा अभी तक भुगतान किया गया है। 17 गांव में अधिग्रहण के लिए 71.5 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की गई है। रेलवे ने रोहिणी नदी पर एक रेल सेतु बनाने का टेंडर जारी किया है। रेलवे ने जमीन अधिग्रहण के अलावा अन्य कार्य शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की है क्योंकि यह रेल परियोजना एक विशेष परियोजना में शामिल है। 429 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए हैं।
एडीएम डा. पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि घुघली-आनंदनगर वाया महराजगंज नई रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। नौ और गांवों में जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव तैयार है। अन्य चरण जल्द ही पूरे होंगे। भूमि अधिग्रहण मार्च तक पूरा होने की पूरी कोशिश की जाएगी।