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UP में इस शहर वालों के लिए गुड न्‍यूज, पूरा होगा बड़ा पुराना सपना, रिंग रोड को मिली CM योगी की मंजूरी

Aligarh Ring Road : महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण के दौरान ही सीएम द्वारा रिंग रोड बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। 2024 की शुरुआत के साथ ही अलीगढ़वासियों के लिए अच्छी खबर आई है। एक तरफ जहां शहर के विकास को तैयार की गई नई महायोजना को सीएम योगी के स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है।
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Good news for the people of this city in UP, an old dream will be fulfilled, Ring Road gets approval from CM Yogi

Saral Kisan, UP : नए वर्ष की शुरुआत के साथ ही अलीगढ़वासियों के लिए अच्छी खबर आई है। एक तरफ जहां शहर के विकास को तैयार की गई नई महायोजना को सीएम योगी के स्तर से हरी झंडी मिल चुकी है। शहरवासियों का 43 साल पुराने रिंग रोड के सपने को भी हकीकत में तब्दील किए जाने के लिए सीएम के स्तर से निर्देश दे दिए गए हैं। जिसके बाद अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने रिंग रोड का सर्वे करने करने व डीपीआर तैयार करने के लिए कंस्लटेंसी फर्म नियुक्त किए जाने की तैयारी कर ली है। रिंग रोड निश्चित ही शहर की सूरत व सीरत बदलने में महत्वपूर्ण साबित होगा।

एक तरफ अलीगढ़ के नजदीक में जेवर एयरपोर्ट तो जल्द ही शुरू होने वाले धनीपुर एयरपोर्ट की वजह से वाहनों का लोड बढ़ेगा। ऐसे में रिंग रोड शहर की ट्रेफिक व्यवस्था को संभालने व दूर-दराज से यहां आने वाले लोगों सफर सुगम करने में सहायक साबित होगा। वर्तमान में एनएचएआई द्वारा निर्माणाधीन भुकरावली से शुरू होकर बौनेर पर समाप्त होने वाला बाईपास हाफ रिंग रोड के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। 1981 में प्राधिकरण का गठन होने के बाद से अब तक मास्टर प्लान में प्रस्तावित रिंग रोड नहीं हो सकी तैयार अलीगढ़ विकास प्राधिकरण का गठन होने के बाद जब पहली महायोजना 1981-2001 के लिए बनी थी। उस समय में भी शहर के सुनियोजित विकास के लिए रिंग रोड प्रस्तावित किया गया था। इसके बाद 2001-2021 की दूसरी महायोजना वर्तमान में भी रिंग रोड प्रस्तावित किया गया।

महायोजना-2031 में रिंग रोड प्रस्तावित

वर्तमान में एक बार फिर से महायोजना-2031 में रिंग रोड प्रस्तावित किया गया है। हैरत की बात है कि 43 साल का लंबा समय बीत जाने के बाद भी अब तक एडीए रिंग रोड नहीं बना पाया। पूर्व में जिन मार्गों पर रिंग की प्रस्तावना तैयार की गई थी, समय बीतने के साथ ही वहां आबादी बस गई। अब शहर की घनी आबादी में आ चुका है। जिले से लेकर मंडल की सभी सड़कों पर वाहनों का बोझ बढ़ रहा है। ऐसे में अलीगढ़ महायोजना का लाभ तभी हो सकता है। जब रिंग रोड का एक नया प्रस्ताव बने, जिसमें इस महत्वाकांक्षी रोड को शहर के बाहर ऐसी योजना से बनाया जाए। जिससे शहरी विकास को बढ़ावा मिले और वाहन चालकों को शहर के जाम से राहत मिल सके।

इन महायोजनाओं में प्रस्तावित है रिंग रोड
-1981-2001 के बीच पहली महायोजना लागू हुई
-2001-2021 की दूसरी महायोजना वर्तमान में लागू है
-2021-2031 की महायोजना तीसरा मास्टर प्लान होगा

इन नेशनल हाईवे व स्टेट हाईवे से जुड़ेगा रिंग रोड
-एनएच-34-दिल्ली-कानपुर
-एनएच-509-आगरा-मुरादाबाद
-एनएच-334डी-अलीगढ़-पलवल
-एसएच-80-मथुरा
-एसएच-105-अलीगढ़-रामघाट कल्याण सिंह स्टेट हाईवे

इन प्रमुख मार्गों से जुड़ेगा
खैर रोड, दिल्ली-बुलंदशहर, अनूपशहर-मुरादाबाद, रामघाट रोड, एटा-कानपुर, आगरा रोड, मथुरा रोड)

विकास प्राधिकरण के वीसी बोले

एडीए के वीसी अतुल वत्‍स ने कहा कि महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण के दौरान ही सीएम द्वारा रिंग रोड बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में एडीए द्वारा कंस्लटेंसी फर्म नियुक्त किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह फर्म सर्वे करने के साथ ही डीपीआर तैयार करेगी।

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