Ganga Expressway Extension : गंगा एक्सप्रेसवे को मिला 'हरिद्वार' का आशीर्वाद, इन गांवों की जमीन होगी 'सोना'
New Ganga Expressway Extension : उत्तर प्रदेश में बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे के पहले चरण का काम लगभग पूरा होने वाला है। बताया जा रहा है कि उसका उद्घाटन निर्धारित समय पर किया जा सकता है। जैसे ही बारिश का मौसम खत्म होता है, तो दूसरे चरण में तेजी लाने का अनुमान लगाया जा रहा है। वही गंगा एक्सप्रेसवे को सीधे हरिद्वार से जोड़ने की भी तैयारी ने जोर पकड़ रखा है।

Saral Kisan, New Ganga Expressway : उत्तर प्रदेश में बनाए जा रहे सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर से मेरठ तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे को अब सीधा हरिद्वार से जोड़ा जाएगा। मेरठ से हरिद्वार तक 110 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे बनाने के लिए सर्वे कार्य को पूरा किया जा चुका है और डीपीआर भी जल्द ही तैयार की जाएगी।
इस एक्सप्रेसवे के लिए जल्द ही जमीन अधिग्रहण की जाएगी। बताया जा रहा है कि जहां से यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा वहां की जमीन सोना उगलेगी। इस एक्सप्रेसवे के रास्ते में दर्जनों गांव पड़ेंगे और उन लोगों को जमकर फायदा होगा।
इस एक्सप्रेसवे को तैयार किए जाने के बाद पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के बीच की कनेक्टिविटी को जैसे पंख ही लग जाएंगे, जिसकी वजह से पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
इस एक्सप्रेसवे को बनाए जाने के बाद प्रयागराज से सीधा हरिद्वार तक पहुंचना काफी आसान हो जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के प्लान के अनुसार गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे, क्योंकि यहां पर उद्योगों के लिए प्राप्त जमीन मिलने के साथ-साथ कच्चा माल मंगाने और तैयार प्रोडक्ट को भेजने के लिए भी कनेक्टिविटी तेज हो जाएगी। एक्सप्रेसवे के किनारे रेजिडेंशियल सिटी और शॉपिंग सिटी भी बसाई जाएगी।
कहां से निकलेगा नया हाईवे?
सबसे पहले तो गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा बनाया जाना था। लेकिन अब इसे हरिद्वार तक बढ़ाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण का काम जल्द ही शुरू होगा जिसकी लंबाई 110 किलोमीटर से 150 किलोमीटर तक हो सकती है। नया हाईवे मेरठ से मुजफ्फरनगर के रास्ते रुड़की होकर हरिद्वार तक लाया जाएगा। क्योंकि हरिद्वार तक पहुंचने के बाद यह हाईवे सीधा चार धाम से जुड़ जाएगा और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा भी मिलेगा। इस रूट में पड़ने वाले दर्जनों गांव की जमीन सोना बन जाएगी।
कहां तक पहुंचा काम?
पहले गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जाना था जिसका काम अंतिम चरण तक पहुंच चुका है। बताया जा रहा है कि उसका करीबन 93% काम पूरा किया जा चुका है। एक्सप्रेसवे बनाने वाली कंपनी के अनुसार इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 15 दिसंबर तक किए जाने की तैयारी की जा रही है। वहीं जल्द ही मेरठ से हरिद्वार तक हाईवे बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
50 करोड़ का बजट
इस एक्सप्रेसवे के द्वारा उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच सामाजिक और आर्थिक विकास का नया कॉरिडोर बनेगा, जिससे आर्थिक अर्थव्यवस्था के साथ-साथ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी भी आसान हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे के द्वारा एनसीआर आसानी से हरिद्वार तक जुड़ेगा और पूर्वी यूपी को सीधे तौर पर कनेक्ट करेगा। पूर्वी यूपी को गंगा एक्सप्रेसवे के द्वारा सीधा हरिद्वार से जोड़ा जा सकेगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।