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यूपी के इस शहर में जल्द शुरू हो जाएगी फ्लैटेड फैक्ट्री, जल्द शुरू होगा आवंटन

गोरखपुर के गीडा में 40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण अंतिम चरण में है। इसके 15 जून तक पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद आवंटन प्रक्रिया शुरू होगी। इस चार मंजिला फैक्ट्री में रेडीमेड गारमेंट की 80 इकाइयां स्थापित की जाएंगी। उद्यमियों ने मासिक किराए पर 10 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से आवंटन की मांग की है।

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यूपी के इस शहर में जल्द शुरू हो जाएगी फ्लैटेड फैक्ट्री, जल्द शुरू होगा आवंटन 

Saral Kisan, flatted factory Gorakhpur : फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण इसी महीने 15 तारीख तक पूरा होने की संभावना है। उसके बाद इन फ्लैटों के आवंटन से संबंधित प्रक्रिया आरंभ की जाएगी, जिसमें आवंटन या किराएदारी के संबंध में रूपरेखा तय की जाएगी। उद्यमियों ने 10 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से मासिक किराए पर फ्लैटों के आवंटन की मांग की है।

फ्लैटेड फैक्ट्री एक बहुमंजिला भवन है, जिसमें एक साथ कई इकाइयां स्थापित की जा सकती हैं। इस फ्लैटेड फैक्ट्री को करीबन 40 करोड़ रुपये खर्च करके एक लाख वर्ग फीट में बनाया जा रहा है जिससे उद्यमियों को बिजली, पानी, बाजार और प्रदूषण रहित माहौल गीडा प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा।

वही रेडीमेड गारमेंट उद्यमियों को फ्लैटेड फैक्ट्री के आवंटन की प्रक्रिया के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। पहले ही गीडा प्रशासन द्वारा जून से आवंटन प्रक्रिया शुरू करने की योजना बनाई गई थी। बोर्ड बैठक में फ्लैट के पूर्ण आवंटन या किराएदारी पर नीति तय करने की तैयारी थी, लेकिन इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका।

गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) औद्योगिक क्षेत्र में भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय की योजना के अंतर्गत रेडीमेड गारमेंट की इकाई लगाने के लिए फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण का अंतिम चरण चल रहा है।

जरूरी सुविधाएं मिलेगी एक जगह 

बिजली, पानी, साफ-सुथरा और प्रदूषण रहित वातावरण में ये सारी बेसिक फैसिलिटीज गीडा की तरफ से दी जाएंगी. इसकी सबसे खास बात ये है कि, उद्यमियों को बिल्डिंग, कनेक्शन या परमिशन के झंझट से राहत मिलेगी. बस मशीन लगाएं और प्रोडक्शन शुरू करिए.

2000 लोगों को मिलेगा काम 

सरकार द्वारा चलाए गए इस इनिशिएटिव से न मात्र  स्थानीय गारमेंट उद्योग को काफी बूस्ट मिलने वाला है, वही इसके साथ साथ करीब 2000 युवाओं को डायरेक्ट या इनडायरेक्ट काम भी मिल जाएगा. छोटे कारोबारियों के लिए यह एक सुनहरा मौका है, खासकर उन लोगों के लिए जो कम बजट में अपना स्टार्टअप चलाना चाहते हैं. अनुज मलिक, CEO, गीडा के अनुसार “आवंटन की प्रक्रिया जून से शुरू होगी, इसके लिए नीति पर अंतिम निर्णय बोर्ड बैठक में लिया जाएगा.

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