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CIBIL Score : इस तरीके की बीमा पॉलिसी से खराब हो जाएगा सिबिल स्कोर, सरकार करने वाली है नई व्यवस्था लागू

CIBIL Score :आपको बता दें कि बीमा पॉलिसी को गलत तरीके से लेने वालों का सिबिल स्कोर अब खराब हो सकता है। सरकार भी बैंकों और अन्य वित्तीय क्षेत्रों की तरह सामान्य बीमा क्षेत्र पर सिबिल स्कोर लागू करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में, इस अपडेट का पूरा विवरण जानने के लिए खबर को पूरा पढ़ें। 

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CIBIL Score: This type of insurance policy will spoil the CIBIL score, the government is going to implement a new system.

Saral Kisan News : अब गलत बीमा पॉलिसी लेने वालों का सिबिल स्कोर गिर सकता है। सरकार भी बैंकों और अन्य वित्तीय क्षेत्रों की तरह सामान्य बीमा क्षेत्र पर सिबिल स्कोर लागू करने की तैयारी कर रही है। बीमा कंपनियां लंबे समय से फर्जी दावों की मांग कर रहे हैं।

सरकार के वित्तीय सेवा विभाग और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हाल ही में एक बैठक की थी। बताया जा रहा है कि इसमें वाहन और जीवन बीमा पॉलिसी के लिए सिबिल स्कोर वाला मॉडल लागू करने की चर्चा हुई है। कंपनियों का कहना है कि इसके लागू होने से बीमा दावों के निपटारे के साथ-साथ कंपनी की कार्यक्षमता भी बढ़ेगी। फर्जी बीमा दावों को रोकना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे सभी को लाभ होगा।

नौ हजार करोड़ रुपये का नकली दावा -

 एक रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य बीमा और वाहन बीमा में फर्जी क्लेम लगाने के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। फर्जी वाहन बीमा क्लेम लेने के लिए ग्राहक और ऑटो सर्विस केंद्र मिलकर काम कर रहे हैं। बीमा कंपनियों को इससे बहुत घाटा हो रहा है। आंकड़े बताते हैं कि केवल स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में नौ हजार करोड़ रुपये का फर्जी क्लेम होगा।

सिबिल स्कोर का परिणाम क्या है?

बैंकिंग क्षेत्र अभी सिबिल स्कोर का उपयोग करता है। यह मापदंड निर्धारित करता है कि कोई ग्राहक कर्ज को समय पर चुकाने में कितना सक्षम है। समय पर कर्ज चुकाने पर सिबिल का स्कोर अच्छा होता है।

वहीं, समय पर ईएमआई नहीं भरने या कर्ज नहीं चुकाने पर सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। सभी बैंक और वित्तीय संस्थान इस स्कोर को साझा करते हैं। यह बैंकों को संबंधित ग्राहक को अधिक कर्ज देने से रोकता है। ग्राहक मुश्किलों का सामना करेंगे।

बीमा क्षेत्र में इसका प्रभाव- 

गलत बीमा पॉलिसी लेने पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। सिबिल स्कोर इस क्षेत्र में लागू होने पर सभी बीमा कंपनियों को उस ग्राहक का पूरा विवरण मिलेगा। उस ग्राहक को कंपनी भी प्रतिबंधित कर सकती है। या पूरी जांच के बाद कड़ी शर्तों और ऊंचे प्रीमियम पर बीमा दे सकती है।

कितने स्कोर लाभदायक हैं-

अभी 750 से 900 सिबिल स्कोर को बैंकिंग क्षेत्र में सबसे अच्छा माना जाता है। बैंक अधिक आसानी से कर्ज देते हैं, जितना अधिक सिबिल स्कोर है। 350 सिबिल स्कोर अच्छे नहीं हैं। माना जा रहा है कि बीमा क्षेत्र भी इसी तरह प्रभावित हो सकता है।

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