उत्तर प्रदेश की सड़कों पर मिली डग्गामार और बिना परमिट की बसें तो अधिकारियों की खैर नहीं, सीएम हुए सख्त
UP News : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ उन्नाव बस हादसे के बाद सख्त नजर आ रहे हैं। प्रदेश में खस्ता हालत हो चुकी बसें सड़क दुर्घटनाओं की वजह बनती है। CM योगी ने चेतावनी देते हुए कहा की खांमिया पाए जाने पर बड़े अफसर पर कार्रवाई होगी.
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में परिवहन विभाग के अधिकारियों को उन्नाव बस दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रूम में चेतावनी जारी की है। उत्तर प्रदेश में अब सड़कों पर डग्गामार और बिना परमिट वाली बसें नजर नहीं आने चाहिए। अगर प्रदेश में सड़कों पर इस प्रकार की बसें संचालित होती हुई मिली तो संबंधित अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्पष्ट चेतावनी जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास में एक बैठक के दौरान स्पष्ट चेतावनी जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में चल रही सभी यात्री बसों और स्कूल बसों का गहनता से जांच की जाए। इन बसों का परमिट, फिटनेस, इंश्योरेंस और ड्राइवर की गहनता से देखरेख की जाए. सूबे के मुख्यमंत्री के सख्त रुख के बाद उत्तर प्रदेश में एक महीने तक कंडम बसों और बिना परमिट वाले पहनो के खिलाफ गहनता से चेकिंग अभियान के आदेश जारी किए गए हैं।
सख्ती से अभियान चलाएं
मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव परिवहन से पूछा कि आखिर बिना परमिट वाली बसें और डग्गामार बसें सड़कों पर कैसे चल रही हैं? ऐसी बसों के खिलाफ पूरी सख्ती से अभियान चलाएं और उनके मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करें। जहां भी ऐसी बसें चल रही हैं, परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही निर्धारित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यात्रियों की सुरक्षा
यात्रियों की सुरक्षा को किसी भी सूरत में खतरा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पंजीकृत सभी यात्री बसों और स्कूल बसों की फिटनेस, परमिट, बीमा और चालकों की जांच की जाएगी। इसके बाद कोई अप्रिय घटना हुई तो परिवहन विभाग के अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। डग्गामार और बिना परमिट वाले वाहन सड़क पर नहीं आने पाएं।
एक महीने तक सड़क अभियान
परिवहन आयुक्त चंद्रभूषण सिंह ने मुख्यमंत्री के कड़े रुख के बाद सभी उप परिवहन आयुक्त (परिक्षेत्र), संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) को एक माह तक सड़क अभियान चलाने का आदेश दिया है। इस दौरान स्कूल बसों और यात्री बसों की भी जांच की जाएगी। इसके लिए, उन्होंने राज्य के टोल प्लाजा पर संभागीय परिवहन अधिकारियों को हर सप्ताह तैनात किया है।
साथ ही, प्रत्येक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) निर्धारित तिथियों में संबंधित टोल प्लाजा पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर संभाग के सभी प्रवर्तन अधिकारियों के साथ प्रवर्तन की कार्रवाई करेगा। चिह्नित स्थानों पर प्रत्येक इंटरसेप्टर लगाया जाएगा। फोटो विभाग के WhatsApp ग्रुप में इस दौरान किए गए कार्यों की सूचना दी जाएगी।