home page

शामली में काला पीलिया जांच, 2 दिनों तक लगेंगे शिविर, जांच के बाद होगा उपचार

Shamli News Today : उत्तर प्रदेश के शामली में कल यानी बृहस्पतिवार को एक रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसमें खून टेस्ट के समय 30 लोगों के काले पीलिया की शिकायत सामने आई, इसके बाद प्रशासन ने बीमारी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को काले पीलिया से निपटने के निर्देश दिए हैं.
 | 
शामली में काला पीलिया जांच, 2 दिनों तक लगेंगे शिविर, जांच के बाद होगा उपचार
Saral Kisan, Shamli News Today : उत्तर प्रदेश के शामली में कल यानी बृहस्पतिवार को एक रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसमें खून टेस्ट के समय 30 लोगों के काले पीलिया की शिकायत सामने आई, इसके बाद प्रशासन ने बीमारी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को काले पीलिया से निपटने के निर्देश दिए हैं, नगर पालिका विभाग ने कल शामली में तीन जगह पर अलग-अलग स्थान पर टीम के द्वारा काला पीलिया की जांच की जाएगी, यह कैम्प आज और कल 2 दिन लगाए जायेगे, रक्तदान शिविर में  लगभग 158 लोगों के खून की जांच हुई जिसमें से 30 लोग काला पीलिया ग्रस्त पाए गए। 

CMO ने कैराना चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. शैलेंद्र चौरसिया को पत्र भेज कर बीमारी के मामले में जांच करके बीमारी का समाधान करने के आदेश दिए। निर्देश पालन करते हुए आज सुबह 10 बजे से डाक्टरों की एक टीम ने नगर पालिका परिसर में कैंप लगा कर फ्री में काला पीलिया की जांच करेगी यह कैम्प आज और कल 2 दिन लगाए जायेगे। आज सुबह 10 बजे से मायापुर रोड पर स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र कैराना में , उसके बाद भी विभिन दिनों में अलग-अलग मोहलों  में जांच शिविर लगा कर काले पीलिया का  चेकप करवाया जाएगा । शामली हेल्थ डिपार्ट्मन्ट ने कला खून दान कराने वाली संस्था से भी हेपेटाइटिस सी संक्रमण सभी 30 लोगों की सूची देने की मांग की है ,ताकि उनकी मरीजों का एलाइजा चेकप करा कर इलाज शुरू कराया जा सके।

डॉ. शैलेंद्र चौरसिया चिकित्सा अधीक्षक, कैराना का कहना है की अगर फ्री जांच शिविर में अगर कोई मरीज पाॅजिटिव आता है तो उसका एलाइजा चेक कराने के तुरंत बाद इलाज शुरू कर दिया जाएगा। 

इसको फेलने के लिए नशा रोकना जरूरी 

डॉक्टर की टीम का कहना है हेपेटाइटिस सी नशा के इन्जेक्शन लगाने पर फेलता है नशा करने वाले लोग एक ही सूई को बार इस्तेमाल करते है जिस से एक दूसरे का खून आपस में चढता जिस वजह से बीमारी फेलती है, अगर किसी को खून चढ़ाते है तो रक्त चढ़ाने से पहले सभी जांचे की जाती है। इसके अलावा बिना कंडोम यौन संबंध बनाने से भी हेपेटाइटिस सी संक्रमण बढ़ने का खतरा बन जाता है। सबसे ज्यादा दिक्कत नशे के इंजेक्शन लगाने वालों से आ रही है। एक ही सीरिंज से कई लोगों को इंजेक्शन लगाने के से खतरे बढ़ जाते हैं। डॉ. शैलेंद्र चौरसिया चिकित्सा अधीक्षक का कहना कि पुलिस प्रशासन के साथ बैठक करके नशे के इंजेक्शन के विरुद्ध अभियान चलाने पर विचार-विमर्श किया जाएग

Latest News

Featured

You May Like