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Alert: एक छोटी सी पैरासिटामोल की गोली आपके सेहत के लिए होगी घातक , ज्यादातर लोग हैं अनजान

ज्यादातर लोग दर्द होने पर पैरासिटामोल लेने भागते हैं। यही कारण है कि हम आपको बताने जा रहे हैं कि यह छोटी गोली आपके लिए खतरनाक हो सकती है। तो चलो नुकसान बताते हैं..
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Alert: A small paracetamol pill will be fatal for your health, most people are unaware

Saral Kisan : हम में से अधिकांश लोग हल्के दर्द और बुखार में ओवर द काउंटर मेडिसिन लेते हैं बिना किसी डॉक्टरी सलाह के। पैरासिटामोल सबसे आम दवा है।

डॉक्टर्स क्या कहते हैं-

बिना डॉक्टरी सलाह के पैरासिटामोल लेना भी सेहत पर हानिकारक हो सकता है। पैरासिटामोल को बहुत अधिक लेने से किडनी-लिवर सहित कई समस्याओं का खतरा हो सकता है, हालांकि यह आम तौर पर हानिकारक नहीं है।  मेडिकल रिपोर्ट्स बताते हैं कि पैरासिटामोल ओवरडोज के लिए सबसे आम दवा है। लिवर के लिए इसकी अधिक मात्रा घातक हो सकती है। इसके कारण अक्सर लिवर फेलियर जैसी समस्याएं भी हुई हैं। 2021 में इंग्लैंड और वेल्स में पैरासिटामोल ओवरडोज से 227 लोग मर गए।

अधिक मात्रा में न लें पैरासिटीमोल

सामान्य स्तर पर बुखार और सिरदर्द की स्थिति में ज्यादातर लोगों के लिए 24 घंटे में 2000mg की डोज को सुरक्षित माना जाता है। हालांकि कई बार इसे लिक्विड रूप में लेते समय डोज का ध्यान नहीं रखा जा पाता है। अगर आप नियमित अंतराल पर पैरासिटामोल ले रहे हैं, तो इसको लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता है। कुछ लोग दर्द के लिए कई दिनों तक पैरासिटामोल की अनुशंसित खुराक से अधिक लेते रहते हैं। ये उन्हें नुकसान पहुंचाने वाली स्थिति हो सकती है।

पैरासिटामोल ओवरडोज के कारण होने वाली समस्याएं-

दवा के ओवरडोज की स्थिति में लक्षण नजर आना जरूरी नहीं है, हालांकि कुछ लोगों को मतली और उल्टी का एहसास हो सकता है। दाहिनी ओर पसलियों के नीचे (जहां लीवर होता है) दर्द की समस्या भी देखी जा सकती है। गंभीर स्थिति में जटिलताओं के बढ़ने का भी खतरा रहता है।
मानसिक भ्रम और भटकाव (जिसे एन्सेफैलोपैथी कहा जाता है) की समस्या होना।
पेशाब में कमी के कारण किडनी भी प्रभावित हो सकती है।
लो ब्लड शुगर लेवल (हाइपोग्लाइकेमिया) की समस्या का खतरा।
रक्त में एसिड का निर्माण हो सकता है, जिसके कारण तेजी से सांस लेने की समस्या हो सकती है।

दवा के ओवरडोज में क्या किया जाना चाहिए?

यदि आपमें पैरासिटामोल दवा के ओवरडोज का निदान किया गया है तो इसमें शीघ्र उपचार की आवश्यकता हो सकती है। यदि रोगी अस्थिर है जैसे लो ब्लड प्रेशर या लिवर की समस्याओं वाले लोगों को आईसीयू में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है। रोगी की स्थिति के आधार पर उसे विशेष चिकित्सा की भी आवश्यकता हो सकती है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. https://SaralKisan.com/ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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