Rajasthan में बिछने जा रहा है नया रेल्वे जाल, इन 15 रूटों का हुआ सर्वे
Saral Kisan - राजस्थान में रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के तहत 30 नई रेलवे लाइनें बिछाई जाएगी, जिससे यात्री भार को कम किया जा सकेगा और छोटे कस्बों और शहरों में नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए उत्तर पश्चिम रेलवे ने पिछले साल के मुकाबले 28 फीसदी अधिक बजट दिया है।
फिलहाल, 15 नए रेलवे रूट का सर्वे पूरा किया गया है और 15 अधिक रूट के सर्वे के निर्देश दिए गए हैं। इन रेलवे लाइनों में जयपुर से सवाईमाधोपुर, अजमेर से चित्तौड़गढ़, और लूणी-भीलड़ी-समदड़ी के बीच डबलिंग शामिल है। इनके अलावा रास-मेड़ता सिटी नई लाइन, मेड़ता रोड-बीकानेर डबलिंग, भटिंडा-हनुमानगढ़-सूरतगढ़-बीकानेर डबलिंग, लालगढ़-फलोदी-जैसलमेर, पुष्कर-मेड़ता रोड़, नारनौल-फुलेरा, केरला-मारवाड़ जंक्शन, और रेवाड़ी-सादुलपुर शामिल हैं।
इन नई रेलवे लाइनों के बिछाने से बहुत से क्षेत्रों में भी ट्रेन की सुविधा मिलेगी, जो यात्रियों के लिए सीटें मिलने को आसान बनाएगी और उत्तर पश्चिम रेलवे का यात्रीभार कम होगा। इससे दिल्ली से मुंबई वाया जयपुर ट्रंक रूट पर कंजेशन कम हो जाएगा और जयपुर से मुंबई तक ट्रैक डबल होने से ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ जाएगी।
इन रेलवे लाइनों के बिछाने के दौरान राजस्थान के 8 स्टेशनों पर बाइपास रूट भी बनेगा, जो यात्रियों को दूर दराज की जगहों से भी सीधे जुड़ाएगा। पुष्कर-मेड़ता नई लाइन के सर्वे का काम जून तक पूरा होने की उम्मीद है। इस रेल लाइन के बन जाने से पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर और ख्वाजा की दरगाह सीधे रेल लाइन के जरिए जोधपुर और बीकानेर से जुड़ जाएंगे और बीकानेर सीधे उदयपुर से जुड़ जाएगा। इसकी अनुमानित लागत करीब 450 करोड़ है। इनके अलावा अभी और 15 रूटों पर सर्वे का काम बाकी है, जिनके बाद नई रेलवे लाइनें बिछाई जाएंगी। इससे राजस्थान में नए रेलवे स्टेशन बनेंगे और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
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