राजस्थान में यहां बनेगा नया एयरपोर्ट, रोजगार, प्रॉपर्टी और जमीनों के रेट बढ़ जाएंगे
Rajasthan News: राजस्थान राज्य के इस जिले में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण करने की योजना बनाई है। इसका कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट बनने से आसपास का क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापारी और पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) इसका निर्माण करेगी। यह परियोजना राज्य की इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी को एक नई दिशा देगी।

Rajasthan kota Airport : अब राजस्थान के कोटा जिले में एक एयरपोर्ट की मांग पूरी होने वाली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को बनाने का पहला टेंडर जारी किया है, जिसमें लगभग 467.67 करोड़ रुपये की लागत हो सकती है। कोटा एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए अब ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, जैसा कि निर्माण, खरीद और निर्माण (EPC) मोड पर टेंडर जारी होने से पता चलता है कि परियोजना अब योजना से क्रियान्वयन की ओर बढ़ चुकी है। एयरपोर्ट बनने से दूसरे राज्यों और शहरों से लोगों को व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इससे स्थानीय दुकानदारों, होटल व्यवसायियों और व्यापारियों को लाभ मिलेगा. इससे आर्थिक स्थिति बेहतर होगी.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बताया कि टेंडर प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी। इसके बाद एयरपोर्ट बनाया जाएगा। एयरपोर्ट की स्थापना कोटा को विकसित करेगी। लोग जल्द ही कोटा से अपने शहर में उड़ान भर सकेंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने रनवे बनाने के लिए 467.67 करोड़ रुपये का टेंडर दिया है।
कर्मचारियों की भर्ती
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने कोटा के ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है। पहले यह जिम्मेदारी जनरल मैनेजर (सिविल) स्तर का अफसर को दी गई थी। वर्तमान में वे दिल्ली में रहते हैं और इस विषय पर काम कर रहे हैं। जल्द ही एक डीजीएम (सिविल) स्तर का अफसर भी नियुक्त किया जाएगा।
हाल ही में AI में स्थानांतरित होने वाले कई अधिकारियों को कोटा में नए परियोजनाओं के लिए नियुक्त किया जाएगा। योजना टीम वर्तमान एयरपोर्ट टीम से अलग होगी। AAI सूत्रों ने बताया कि कोटा में अब डीजीएम पंकज अग्रवाल का पदभार ग्रहण किया गया है। वे जल्द ही कोटा में मिलेंगे। साथ ही, एयरपोर्ट का एयर साइड टेंडर 7 मई तक बढ़ा दिया गया है। इसका अर्थ है कि अगले चार दिनों में टेंडर में भाग लेने की अवधि समाप्त हो जाएगी।
टेंडर EPC मोड में काम करेगा
तुलसीराम मीणा, कोटा एयरपोर्ट निदेशक, ने बताया कि यह टेंडर EPC मोड पर होगा। कोटा एयरपोर्ट बनने से आसपास का क्षेत्र बढ़ेगा। साथ ही आसपास की जमीन की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी, जिससे लोगों को काफी लाभ होगा। नए एयरपोर्ट बनाने से लोगों को दूसरे शहरों के एयरपोर्टों पर जाना नहीं पड़ेगा। लोगों का धन सुरक्षित रहेगा।
एयरपोर्ट बनाने से दूसरे राज्यों और शहरों से लोग आते होंगे। स्थानीय दुकानदारों, होटल मालिकों और व्यापारियों को इससे फायदा होगा। इससे अर्थव्यवस्था सुधरेगी। इस निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने का आदेश लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सरकार ने इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दी है और 127 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। यह विकास कार्य को तेज करेगा।