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उत्तर प्रदेश को रफ़्तार देंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, इन इलाकों में कारोबार और रोजगार में होगी बढ़ोतरी

New Expressway In UP : बजट 2025 तक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नया पुल बनाया जाएगा। 90.83 किलोमीटर लंबे इस लिंक एक्सप्रेसवे की निर्माण लागत 4837.64 करोड़ रुपये होगी। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, जो छह लेन का होगा, कुदरैल, इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन से शुरू होगा और फर्रुखाबाद से होते हुए हरदोई में समाप्त होगा।
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उत्तर प्रदेश को रफ़्तार देंगे 4 नए एक्सप्रेसवे, इन इलाकों में कारोबार और रोजगार में होगी बढ़ोतरी

Uttar Pradesh : यूपी की योगी सरकार ने बजट 2025–26 पेश किया है। योगी सरकार ने बजट में चार नए एक्सप्रेसवे बनाने की घोषणा की है। इसके लिए 900 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। चार नए एक्सप्रेसवे से बेहतर कनेक्टिविटी होगी। आइये चार नए एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश में कितने एक्सप्रेसवे बनेंगे।

बजट 2025 तक आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक नया पुल बनाया जाएगा। 90.83 किलोमीटर लंबे इस लिंक एक्सप्रेसवे की निर्माण लागत 4837.64 करोड़ रुपये होगी। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, जो छह लेन का होगा, कुदरैल, इटावा में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन से शुरू होगा और फर्रुखाबाद से होते हुए हरदोई में समाप्त होगा।

पूर्वांचल के इन जिलों को फायदा

वहीं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए उत्तर लिंक एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। 320 किलोमीटर के इस लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण करना लगभग 22,400 करोड़ रुपये का खर्च होगा। यह राजमार्ग प्रयागराज से शुरू होकर सोनभद्र स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-39 पर समाप्त होगा, जो गंगा एक्सप्रेसवे का अंतिम बिंदु है। हरिद्वार को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना है। मेरठ से प्रयागराज तक एक एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। मेरठ और हरिद्वार इसमें शामिल होंगे। 50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

अभी 17 एक्‍सप्रेसवे

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 17 एक्सप्रेसवे हैं। चार अतिरिक्त एक्सप्रेसवे की स्थापना के बाद इनकी संख्या बढ़ जाएगी।

यमुना एक्‍सप्रेसवे

यूपी का यमुना एक्सप्रेसवे आगरा से दिल्ली को जोड़ता है। ताज एक्सप्रेसवे भी इसका नाम है। 6 लेन का यह एक्सप्रेसवे करीब 165 किलोमीटर लंबा है। 13,300 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण किया गया है। 2012 अगस्त में शुरू हुआ था।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्‍सप्रेसवे

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे ताज एक्सप्रेसवे से जुड़ा हुआ है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा राजमार्ग को फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद राजमार्ग (FNG) भी जोड़ता है। 24 किलोमीटर लंबी राजमार्ग की निर्माण लागत 400 करोड़ रुपये है।

आगरा-लखनऊ एक्‍सप्रेसवे

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ है। 2016 में 302 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हुआ। 6 लेन की राजमार्ग लखनऊ-आगरा को जोड़ती है। इस एक्सप्रेसवे से लखनऊ से आगरा तीन घंटे में पहुंच सकते हैं।

दिल्‍ली-मेरठ एक्‍सप्रेसवे

दिल्ली-मेरठ राजमार्ग 96 किलोमीटर लंबा है। 6 लेन का एक्सप्रेसवे मार्च 2021 में शुरू हुआ। यह एक्सप्रेसवे निजामुद्दीन पुल से मेरठ बाईपास तक बनाया गया है।

पूर्वांचल एक्‍सप्रेसवे

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के नौ शहरों को जोडता है। पहले, लखनऊ से गाजीपुर की दूरी 15 घंटे लगती थी। यह सफर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से दस घंटे का था। 6 लेन एक्सप्रेसवे, जो 340 किलोमीटर लंबा था, बनाने में 22,494 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

बुंदेलखंड एक्‍सप्रेसेव

यह उत्तर प्रदेश में सबसे कम समय में बनने वाला राजमार्ग है। यह राजमार्ग चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा को 28 महीने में बनाया गया था। 296 किलोमीटर लंबी राजमार्ग को बनाने में 7 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए।

गोरखपुर लिंक एक्‍सप्रेसवे

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से लखनऊ मिलता है। 91 किलोमीटर लंबा फोर लेन एक्सप्रेस मार्च 2023 में शुरू हुआ। इसकी स्थापना पर 5876 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

गंगा एक्‍सप्रेसवे

यह उत्तर प्रदेश में सबसे लंबी सड़क है। यह राजमार्ग 6 लेन का होगा और 594 किलोमीटर लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मेरठ तक बनाने में 37,350 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

लखनऊ-कानपुर एक्‍सप्रेसवे

लखनऊ-कानपुर राजमार्ग लगभग 62 किलोमीटर लंबा है। 6 लेन का यह एक्सप्रेसवे बनाने में 4,700 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

गाजियाबाद-कानपुर एक्‍सप्रेसवे

फोर लेन एक्सप्रेसवे कानपुर को गाजियाबाद से जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। 380 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के बनने से गाजियाबाद से कानपुर की दूरी तीन घंटे कम हो जाएगी।

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेसवे

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की दूरी 520 किलोमीटर होगी। इसे बनाने में 3200 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

दिल्‍ली-सहारनपुर एक्‍सप्रेसवे

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, जो सहारनपुर से गुजरेगा, 210 किलोमीटर लंबा होगा। 6 लेन एक्सप्रेसवे की निर्माण लागत 13 हजार करोड़ रुपये होगी।

गाजीपुर-बलिया एक्‍सप्रेसवे

618 करोड़ रुपये की लागत से बलिया-गाजीपुर राजमार्ग बनाया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से बिहार और उत्तर प्रदेश जुड़ जाएगा।

आगरा-ग्‍वालियर एक्‍सप्रेसवे

ग्वालियर एक्सप्रेसवे को आगरा से छह लेन का हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह राजमार्ग आगरा और ग्वालियर को उत्तर प्रदेश में जोड़ेगा। दोनों शहरों के बीच की दूरी वर्तमान में करीब 121 किलोमीटर है।

चित्रकूट लिंक एक्‍सप्रेसवे

चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे 14 किलोमीटर लंबा होगा। 235 करोड़ रुपये की लागत से इसकी तैयारी की जाएगी। फर्रुखाबाद से गंगा एक्सप्रेसवे भी इससे जुड़ जाएगा।

गोरखपुर-शामली एक्‍सप्रेसवे

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे हरियाणा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। 6 लेन का एक्सप्रेसवे बनाने में 3500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

झांसी-जालौन एक्‍सप्रेसवे

झांसी और बुंदेलखंड को जोड़ने वाला यह एक्‍सप्रेसवे 125 किलोमीटर लंबा होगा.

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