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राजस्थान में 148 किलोमीटर की रेल लाइन बिछेगी डबल पटरी, यात्रियों को बड़ा फायदा

Rajasthan Railway News : राजस्थान के सबसे पहले एवं 150 साल पुराने इस रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए चौथे साल रेलवे ने 165 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। अभी तक इस कार्य के लिए कुल 415 करोड़ रुपए की राशि मिल चुकी है। जबकि इस काम पर रेलवे ने 988 करोड़ रुपए खर्च करने का बजट निर्धारित किया है। इस काम को अगले वर्ष तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।

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राजस्थान में 148 किलोमीटर की रेल लाइन बिछेगी डबल पटरी, यात्रियों को बड़ा फायदा

Rajasthan News, Saral Kisan : राजस्थान में अंग्रेजों के जमाने में बने एवं राज्य की सबसे पुरानी खेरली रेलवे ट्रैक पर बांदीकुई-आगरा रेल लाइन पर दोहरीकरण कार्य जोरों पर किया जा रहा है। इसके लिए चौथे साल रेलवे ने 165 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है। अभी तक इस कार्य के लिए कुल 415 करोड़ रुपए की राशि मिल चुकी है। जबकि इस काम पर रेलवे ने 988 करोड़ रुपए खर्च करने का बजट निर्धारित किया है। दोहरीकरण को पूरा करने के लिए दिसंबर 2026 तक का समय रखा है। इस रेल मार्ग का दोहरीकरण होने का बाद यात्रा का समय काफी घट जाएगा। साथ ही क्रॉसिंग की समस्या से भी निजात मिलेगी।

2021 में किया था सर्वे

मीडिया वेबसाईट के मुताबिक दरअसल रेलवे की ओर से 2021 में बांदीकुई-आगरा रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए सर्वे किया था। जिसके बाद वर्ष 2022 में रेलवे ने इस काम को मंजूरी दी। टेंडर प्रकिया पूरी होने के बाद रेलवे ने जनवरी 2025 में आगरा की तरफ से इसका दोहरीकरण शुरू कर दिया। वर्तमान में आगरा से लेकर बांदीकुई के बीच रेल लाइन के पास जमीन का समतलीकरण किया जा रहा है। रेलवे ने बताया कि समतलीकरण कार्य करीब 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसके बाद इस रेलमार्ग पर आने वाली पुलियाओं का चौड़ीकरण किया जाएगा। 

2026 में काम पूरा करने का लक्ष्य

बांदीकुई के पास घासी नगर, बिवाई में भी रेलवे की जमीन का समतलीकरण किया जा चुका है। बांदीकुई में झालानी बगीची रेलवे फाटक के पास यह काम हो चुका है। झालानी बगीची से आगरा रेलवे फाटक के बीच यह काम अभी शुरू नहीं हुआ है। गौरतलब है कि रेलमार्ग की लंबाई 148 किमी है। इसके दोहरीकरण के लिए 988 करोड़ रुपए का बजट तय किया गया। जिसमें से 415 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी हो चुकी है। इसका काम दिसंबर 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

22 स्टेशनों के यात्रियों को होगा लाभ

बांदीकुई-आगरा रेलमार्ग के दोहरीकरण का काम होने के बाद इस रेलमार्ग पर स्थित बांदीकुई, श्री घासी नगर, बिवाई, भजेड़ा, करनपुरा, भूडा, मंडावर, घोसराना, दांतिया, खेड़ली, नदबई, पपरेड़ा, हेलक, भरतपुर, इकरन, चिकसाना, अछनेरा, राइबा, बीचपुरी व ईदगाह 22 स्टेशनों के यात्रियों को फायदा मिलेगा। दोहरीकरण होने के बाद इन स्टेशनों के यात्रियों को सफर में 30 से 45 मिनट की बचत होगी। यात्री ट्रेनों को बांदीकुई से आगरा पहुंचने में तीन घंटे का समय लगता है। सिंगल रूट होने के कारण यात्री ट्रेनों को स्टेशनों पर क्रासिंग के चक्कर में रोकना पड़ता है। इससे ट्रेनों का 10 से 15 मिनट का समय बर्बाद हो जाता है।

समय की होगी बचत

लेकिन दोहरीकरण होने के बाद क्रासिंग की समस्या नहीं रहेगी। इससे करीब 30 से 45 मिनट की बचत होगी। बांदीकुई से जयपुर व अजमेर रेलमार्ग पहले से डबल मार्ग है। लेकिन बांदीकुई से आगरा तक सिंगल रूट है। ऐसे में बांदीकुई से आगरा के बीच दोहरीकरण होने के बाद सीधा जयपुर एवं अजमेर डबलिंग रूट से यह जुड़ जाएगा। रेलवे ने बांदीकुई-आगरा रेलमार्ग के दोहरीकरण के लिए चार साल में 415 करोड़ रुपए की राशि दी है। जिसमें वर्ष वर्ष 2022 में 30, 2023 में 70, 2024 में 150 व 2025 में 165 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। बांदीकुई-आगरा रेलमार्ग के दोहरीकरण के साथ इलेक्ट्रिक लाइन का काम भी होगा। रेल लाइन बिछाने के बाद इलेक्ट्रिक लाइन स्थापित की जाएगी। इसके लिए भी रेलवे ने बजट में तैयारी की है।

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