बिहार में 3 जिलों से निकलेगी नई रेल लाइन, 95 किलोमीटर लंबे रूट पर बनेंगे 12 नए स्टेशन
Bihar News : बिहार में एक और रेल परियोजना से 20 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ मिलने वाला है. इस परियोजना के तहत 95 किलोमीटर नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी. इस रेलवे ट्रैक पर 12 नई रेलवे स्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा. बिहार की तीन जिलों से होकर यह रेलवे लाइन गुजरने वाली है जिससे इलाके के लोगों को तगड़ा फायदा पहुंचेगा.

Supaul Se Araria Railway line: बिहार में रेलवे नेटवर्क को विस्तार देने और परिवहन व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए एक नई 95 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन परियोजना को मंजूरी दी गई है। यह रेलवे लाइन बिहार के तीन जिलों से होकर गुजरेगी और इससे 20 लाख से अधिक आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। बिहार में 95 किलोमीटर की एक नई रेल लाइन बनाई जाएगी। इस नव निर्मित रेल लाइन में भी बारह नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। पुल-पुलियों का निर्माण पूरा हो गया है. इस रेल लाइन के निर्माण से 20 लाख से अधिक लोगों को फायदा होगा। इस नवीनतम रेल लाइन के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें...
सुपौल-अररिया रेलखंड
केंद्र सरकार पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की सोच को साकार करने में लगी हुई है। उनके गृह जिले में सुपौल-अररिया रेलखंड पर ट्रेन दौड़ने वाली है. इस मार्ग पर मालगाड़ी अब पिपरा तक चलेगी। सुपौल-अररिया-गलगलिया रेलवे परियोजना का काम बहुत तेजी से चल रहा है। सुपौल से पिपरा बाजार तक एक रेलवे लाइन बनाई गई है। पुल-पुलिया का निर्माण पूरा हो गया है। सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि 31 मार्च से पहले सुपौल से पिपरा तक ट्रेन चलने की उम्मीद है। त्रिवेणीगंज तक रेल सेवा जल्द ही शुरू होगी।
सुपौल-अररिया रेलमार्ग पर बारह नए स्टेशन
95 किमी लंबे इस नए रेलवे खंड पर 14 स्टेशन बनाए जाएंगे। 12 नए स्टेशनों (सुपौल और अररिया कोर्ट को छोड़कर) का निर्माण अभी भी जारी है। सुपौल के बाद निर्मित नए स्टेशनों में थुमहा, पिपरा, त्रिवेणीगंज, लक्ष्मीपुर, जदिया, बघैली, खजुरी बाजार, मनुल्लाहपट्टी, भरगामा, रानीगंज, बसैटी और मिर्जापुर शामिल हैं। 24 अप्रैल 2009 को लालू यादव ने अररिया रानीगंज सुपौल रेलवे लाइन का उद्घाटन किया। उन्हीं के कार्यकाल में जोगबनी अररिया कटिहार रेलवे लाइन को बॉडगेज में बदल दिया गया। यूपीए-2 में अररिया-सुपौल रेलवे लाइन परियोजना के लिए रेल मंत्रालय को बजट ही नहीं मिला, इसलिए कोई काम नहीं हुआ।
20 लाख से अधिक लोगों को फायदा होगा
सुपौल-पिपरा रेलखंड पर ट्रेन चलाने से लगभग 20 लाख लोगों को फायदा होगा। यह भी सुपौल के त्रिवेणीगंज, पिपरा के आसपास के क्षेत्रों और अररिया जिले के रेलयात्रियों को बहुत फायदेमंद होगा। ट्रेन शुरू होने से क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
नई ट्रेन 3 जिलों से गुजरेगी
नई ट्रेन सुपौल, मधेपुरा और अररिया जिलों से गुजरेगी। सुपौल जिले में 53 किलोमीटर का सबसे बड़ा हिस्सा होगा। अररिया जिले में 39 किलोमीटर और मधेपुरा जिले में 4 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनाई जा रही है। सुपौल और पिपरा के बीच काम अभी अंतिम पड़ाव पर है। दोनों स्टेशनों को तेजी से बनाया जा रहा है। अररिया से गलगलिया तक निर्माण कार्य अंतिम चरण में होगा। सुपौल से पिपरा के बीच 21.07 किमी में 51 छोटे-बड़े पुल बनाए गए हैं।