Sarso Tel: सरसों तेल हुआ महंगा, आवक कम से हुआ इजाफा, जानिए नए भाव

Sarson Tel : पिछले दिनों देश के तेल-तिलहन बाजार में अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार हुआ, क्योंकि शिकागो एक्सचेंज में मजबूत रुख और मंडियों में कम आवक था। इस बदलाव के बावजूद, सूरजमुखी तिलहन और सोयाबीन सीड का मूल्य लगभग 25 प्रतिशत और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से लगभग 15 प्रतिशत कम है। मूंगफली तेल के मूल्य में सुधार होने के बावजूद वर्तमान मूल्य पिछले वर्ष से कम रहने से मूंगफली तेल पूर्वस्तर पर बने रहे।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे
तेल-तिलहन | भाव (रुपए प्रति क्विंटल) |
सरसों तिलहन | 6,575 से 6,625 |
मूंगफली | 5,750 से 6,075 |
सरसों तेल दादरी | 13,750 |
तिल तेल मिल डिलिवरी | 18,900 से 21,000 |
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली | 13,450 |
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर | 13,200 |
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला | 9,500 |
सीपीओ एक्स-कांडला | 13,000 |
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा) | 12,200 |
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली | 14,200 |
सोयाबीन दाना | 4,225 से 4,275 |
सोयाबीन लूज | 3,925 से 4,025 |
मक्का खल (सरिस्का) | 4,100 |
बाजार सूत्रों ने बताया कि शिकागो एक्सचेंज में हुई तेज वृद्धि ने सरसों, सोयाबीन, मूंगफली, कच्चा पामतेल (सीपीओ), पाम और पामोलीन तेल को छोड़कर बाकी सभी तेल-तिलहन की कीमतों को कम कर दिया।
वैसे, पाम और पामोलीन के दाम में भी सुधार है, लेकिन इसके लिवाल नहीं हैं, इसलिए यह सिर्फ भाव की तेजी है। ऊंचे भाव के कारण पाम और पामोलीन बहुत मुश्किल से खपते हैं। उन्होंने कहा कि शिकागो एक्सचेंज में हुई तेजी की वजह से पाम और पामोलीन से सोयाबीन तेल का मूल्य अंतर, जो पहले 16-17 रुपये प्रति किलो था, अब 4-5 रुपये प्रति किलो रह गया है, क्योंकि सोयाबीन की कीमतें बढ़ी हैं।
उन्हें बताया गया कि तेजी से मूंगफली खली का मूल्य 2,450 रुपये प्रति क्विंटल से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गया, हालांकि यह मूल्य पिछले वर्ष के 3,500 रुपये प्रति क्विंटल से भी कम था। स्थानीय खरीद ने सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) का मूल्य 2,950 रुपये प्रति क्विंटल से 3,000 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया।