सरसों कीमतों में 700 रुपए की तेजी, एमएसपी की बजाय खुली बोली में फसल बेच रहे किसान
मंडी व्यापारी रमेश सैनी ने बताया कि, 8 से 9 दिन पहले सरसों 5100 से 5200 प्रति क्विंटल खरीद की जा रही थी. उसे समय एमएसपी का भाव 5650 होने से किसान सरकारी केंद्रों पर अपनी फसल बेच रहा था. वही मिल मिल में सरसों की आवक कम होने से मिल संचालकों ने कीमतें बढ़ा दी.
सरसों 5800 रुपए प्रति क्विंटल
इसके बाद सरसों में उछाल आया और सरसों 5800 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकने लगी. किसानों को खुली बोली में ज्यादा भाव मिलने लगे और सरकारी खरीद प्रक्रिया झंझट से बचने के लिए किसानों ने खुली बोली में सरसों को बेचना शुरू कर दिया.
सहकारी समिति प्रभारी संगीता यादव ने जानकारी दी की बहरोड़ में बानसूर में सरकारी केंद्र खुले हुए हैं. बहरोड़ में सरकारी केंद्र पर 2648 किसानों ने सरसों बेचने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है. इनमें से 485 किसानों की सरसों खरीदी जा चुकी है. वही बानसूर में 1195 किसानों ने सरसों बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रखा. इनमें से 337 किसानों की सरसों खरीदी जा चुकी है.