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Agriculture News : उत्तर प्रदेश के किसान ने किया गजब कमाल, इस फूल की खेती करके हुआ मालामाल

Rajnigandha Ki Kheti:परंपरागत खेती से हटकर अगर आप भी कुछ नया करने का प्लान बना रहे हैं. तो आज हम आपको एक ऐसे फूल की खेती के बारे में बताने वाले हैं, जिसे हर किसी द्वारा पसंद किया जाता है. खासकर महिलाओं द्वारा पसंद किया जाता है। 

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Agriculture News : उत्तर प्रदेश के किसान ने किया गजब कमाल, इस फूल की खेती करके हुआ मालामाल 

Saral Kisan, Rajnigandha ki kheti ka trika: अगर आप भी पारंपरिक खेती छोड़कर कुछ नया करने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको ऐसे फूल की खेती के बारे में बताने वाले हैं, जिसे महिलाओं द्वारा काफी पसंद किया जाता है और इस फूल की खेती करके लोग लाखों रुपए सालाना कमा रहे हैं. चलिए जानते है विस्तार से पूरी खबर 

कम लागत में 3 साल तक लगातार कमाई

रवि सैनी पिछले पांच सालों से रजनीगंधा की खेती कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस फूल की एक सबसे बड़ी खासियत यह है कि एक बार लगाने के बाद यह लगातार तीन साल तक फूल देता है.

  1. कम लागत, ज्यादा मुनाफा: इसकी खेती में लागत बहुत कम आती है क्योंकि इसमें रासायनिक खाद की जरूरत नहीं होती, सिर्फ गोबर की खाद से ही यह शानदार फूल देता है.
  2. दाम: रजनीगंधा का फूल ₹20 से लेकर ₹1000 प्रति किलो तक बिकता है.
  3. उत्पादन: रवि के अनुसार, अगर कोई किसान पांच बीघा जमीन में इसकी खेती करे तो वह हर दिन लगभग एक क्विंटल फूल निकाल सकता है.
  4. फसल का समय: इसे दिसंबर से फरवरी के बीच लगाया जाता है और यह अगस्त से अक्टूबर के बीच बेहतरीन फूल देता है.

कहाँ होता है इस्तेमाल?

रवि का फूल सहारनपुर से सीधे दिल्ली की गाजीपुर मंडी तक भेजा जाता है. इसकी मनमोहक खुशबू और खूबसूरती की वजह से इसका इस्तेमाल कई जगहों पर होता है:

महिलाओं के गजरे: रजनीगंधा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल महिलाओं के बालों के लिए गजरे बनाने में होता है.
सजावट: यह शादियों और अन्य आयोजनों में घर सजाने और वरमाला बनाने के लिए भी खूब इस्तेमाल होता है.

यह फूल सुबह सूरज निकलने से पहले तोड़ लिया जाता है ताकि इसकी ताज़गी बनी रहे, जिससे यह कई दिनों तक फ्रेश रहता है. कम लागत, बढ़िया मुनाफा और लंबे समय तक चलने वाली इस खेती ने रजनीगंधा को किसानों के लिए एक बहुत ही फायदेमंद विकल्प बना दिया है.

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