राजस्थान में बंजर जमीन पर उगेंगे फल-फूल के पौधे, ऐसी होगी योजना की शुरुआत
बंजर पड़ी जमीन को उपयोग में लाने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस जमीन पर विशेष प्रकार के बाग बनाए जा रहे हैं। पाली शहर के मोहरा नामक गांव के पास खाली पड़ी जमीन पर जल्द ही आपको फल फूल के पौधों का विकास देखने को मिलेगा। यहां करीबन 1200 से अधिक पौधे 25 बीघा जमीन पर लगाए जाएंगे। इस योजना के तहत बगीचा बनाने के लिए मनरेगा का 15 लाख रुपए का खर्च आएगा।
18 लाख में होगा तैयार
मनरेगा के सहायक अभियंता ने जानकारी देते हुए कहा कि एसएफसी द्वारा चलाई जा रही ग्राम पंचायत कन्वर्जन योजना के अंतर्गत 3.50 लाख रुपए का खर्च किया जाएगा। इस योजना को पूरा करने के लिए 18,48000 रुपए खर्च किए जाएंगे। इस योजना की शुरुआत की जा चुकी है और उम्मीद लगाई जा रही है कि आने वाले कुछ महीनो में बनकर तैयार हो जाएगी। यह तैयार होने के बाद सबके लिए एक मिसाल कायम करेगा।
बंजर जमीन का इस्तेमाल
पाली जिले में बसे मोरा गांव में 25 बीघा जमीन खाली पड़ी हुई है। इस जमीन पर 1200 से अधिक पौधे लगाए जा रहे हैं। इस बाग के तैयार होने के बाद 4 साल तक देख रेख की जाएगी। इसकी संभाल करने के लिए एक चौकीदार भी रखा जाएगा। बंजर जमीन को बेकार समझने वालों के लिए यह एक मिसाल कायम होगी।
फल फूल के पौधे होंगे विकसित
गांव में खाली पड़ी 25 बीघा जमीन में झाड़ियां हो गई थी। ग्राम पंचायत के एक प्लान के तहत चारागाह का विकास मनरेगा योजना के तहत बंजर पड़ी जमीन में बगीचा लगाने का फैसला लिया गया। इस योजना के तहत बगीचे में नीम, नींबू, आंवला, जामुन, चंपा, कनेर, बोगनविलिया, आम, आशापाल, वट वृक्ष, पीपल, गुदा सहित कई प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे। योजना को पूरा किए जाने के बाद csr योजना के तहत जमीन के चारों ओर तारबंदी की जाएगी और एक मुख्य गेट बनाया जाएगा। इसके साथ-साथ इस योजना के तहत सड़क का निर्माण भी करवाया जाएगा। ग्राम पंचायत के सरपंच ने बताया कि बगीचे की देखभाल के लिए कर्मचारी भी रखे जाएंगे।