पशुपालक को इस बारे में जानकारी होती है तब तक गाय-भैंस के गर्भवती होने का वक्त चला जाता है.
केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआईआरबी), हिसार और भारत सरकार के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने मिलकर प्रेग डी किट बनाई है.
इस किट के द्वारा गाय-भैंस के गर्भधारण की जांच अब घर बैठे ही 10 रुपये में की जा सकेगी.
ऐसा होने से पशुपालक को गाय-भैंस के गर्भवती होने की जानकारी वक्त रहते पता चलेगी.
गाय-भैंस समय रहते गर्भवती नहीं हो पाई हैं तो पशुपालक तुरंत समय रहते उनके गर्भधारण की प्रकिया शुरू कर सकते हैं.
जब हम किट का प्रयोग करते हुए भैंस का मूत्र इस पर डालेंगे तो मूत्र का रंग गहरा लाल या बैंगनी हो जाएगा है. इसका मतलब भैंस गाभिन है.
अगर किट पर पीला रंग या हल्का रंग दिखाई दे तो समझ जाइए कि भैंस अभी गाभिन नहीं है.