Sleep Apnea: नींद ना आने की समस्या से मिलेगा छुटकारा, शंख बजाना रहेगा कारगर
Shankh blowing: गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, स्लीप एप्निया एक नींद से जुड़ी बीमारी है, जिसमें सोते समय व्यक्ति की सांस कुछ समय के लिए रुक जाती है। इसके कारण नींद बार-बार टूटती है और दिन में थकान, चिड़चिड़ापन या सुस्ती महसूस होती है।

Physical and Mental Health: शंख बजाना स्लीप एप्निया (ओएसए) के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। जयपुर के एक हार्ट केयर सेंटर की एक स्टडी में यह बात सामने आई है। 'गार्डियन' की रिपोर्ट के अनुसार, स्लीप एप्निया नींद से जुड़ी ऐसी बीमारी है, जिसमें सोते समय व्यक्ति की सांस कुछ देर के लिए रुक जाती है। इससे नींद बार-बार टूटती है और दिन में थकान, चिड़चिड़ापन या सुस्ती महसूस होती है। अस्थमा और फेफड़ों की बीमारियों से जुड़े डॉ. एरिका केनिंगटन ने कहा, 'इस ट्रायल के नतीजे उत्साहजनक हैं। रिसर्च के मुताबिक, शंख बजाने से नींद के दौरान सांस रुकने की घटनाएं कम हुई और मरीजों की नींद की गुणवत्ता बेहतर हुई।
आधे लोगों को शंख बजाने की ट्रेनिंग
इस स्टडी में 19 से 65 साल की उम्र के 30 मरीजों को शामिल किया गया। इनमें से आधे लोगों को शंख बजाने की ट्रेनिंग दी गई, जबकि बाकी लोगों को डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कराई गई। दोनों ग्रुप को हफ्ते में 5 दिन कम से कम 15 मिनट तक यह अभ्यास करने को कहा गया। 6 महीने बाद नतीजे चौंकाने वाले थे। शंख बजाने वाले मरीजों में दिन में नींद आने की शिकायत 34% तक कम हो गई। साथ ही, रात में उनका ब्लड ऑक्सीजन स्तर बेहतर रहा।
कम खर्चीली ब्रीदिंग टेक्निक
रिसर्च का नेतृत्व करने वाले डॉ. कृष्ण के शर्मा ने बताया, 'शंख बजाना एक आसान और कम खर्चीली ब्रीदिंग टेक्निक है, जिससे बिना किसी मशीन या दवा के स्लीप एप्निया के लक्षणों में सुधार हो सकता है। शंख बजाने की प्रक्रिया में जो कंपन और वायुरोध (हवा को रोकने की क्षमता) पैदा होता है. वह गले और सॉफ्ट पैलेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।'
संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा
स्लीप एप्निया के इलाज में सबसे आम तरीका सीपैप मशीन है। इसमें मरीज को सोते समय एक मास्क पहनना होता है, जो नाक और गले में प्रेशराइज्ड हवा भेजता है। हालांकि यह तरीका असरदार है, लेकिन कई मरीज इसे असहज मानते हैं। इससे पहले की रिसर्च में यह भी पाया गया था कि वुडविंड इंस्ट्रूमेंट बजाने से भी स्लीप एपनिया में फायदा हो सकता है। अब शंख बजाने को एक संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।