आलू हैं बड़ा गुणकारी, डायबिटीज,मोटापे और ब्लड प्रेशर में भी फायदेमंद, इस प्रकार करे सेवन
Potato Eating : आलू सब्जियों में एक यूनिवर्सल आइटम है। लेकिन बता दें कि डायबिटीज के मरीज आलू खाने से घबराते हैं. लेकिन आलू उनके लिए इतना भी खराब नहीं है. आम धारणा है कि आलू डायबिटीज के मरीजों के लिए दुश्मन है, लेकिन एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर आलू को कम मात्रा में खाया जाए और सही तरीके से पकाया जाए तो यह डायबिटीज के मरीजों के लिए सुपरफूड हो सकता है।
Potato Eating For Diabetic Patients : आम धारणा है कि आलू डायबिटीज के मरीजों के लिए दुश्मन है, लेकिन एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अगर आलू को कम मात्रा में खाया जाए और सही तरीके से पकाया जाए तो यह डायबिटीज के मरीजों के लिए सुपरफूड हो सकता है। अमेरिका के लास वेगास स्थित नेवादा विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर नेदा अखवान के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि आलू को तलने या उबालने की बजाय भूनकर खाने से डायबिटीज नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर लेवल में गिरावट
अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, रोजाना आलू खाने वालों के फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल में गिरावट देखी गई। इसके अलावा आलू दिल की सेहत को बेहतर बनाता है और ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। आलू में पोटैशियम पाया जाता है। इसे खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती। ऐसे में जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, वे भी आलू को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। अगर आप आलू को तलकर और सही तरीके से पकाकर खाते हैं तो यह सुपरफूड है। यह कमर की मोटाई कम करने में भी मददगार है।
भुना हुआ आलू
आलू को तंदूर, अंगीठी या चूल्हे में भूनकर खाइए। इस तरह, भुना हुआ आलू "फिलर" बनता है, यानी खाने से आपको भूख लगती है। आलू में स्टार्च होता है, यह सब जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह स्टार्च रेसिस्टेंट है। रेसिस्टेंट स्टार्च बहुत अच्छा है। ये स्टार्च हमारे शरीर में रहने वाले 'अच्छे' सूक्ष्मजीवों के लिए सर्वोत्तम भोजन है, क्योंकि यह पेट में पचता नहीं है। यानी, हालांकि ये स्टार्च हमारे लिए बहुत उपयोगी नहीं हैं, वे सूक्ष्मजीवों के लिए उपयोगी हैं जो हमारे पाचन तंत्र (डायजेस्टिव सिस्टम) को चलाते हैं।
आलू आपके पेट में घुस गया, आपको भूख लगी और थोड़ी एनर्जी मिली। आलू आपका वजन क्यों बढ़ा देगा? लॉजिकली, यह वजन कम करेगा क्योंकि आपका पेट भर गया है, लेकिन शरीर को एनर्जी चाहिए, जो डेपोसिटेड फैट से मिलेगी, जिससे शरीर का वजन कम हो जाएगा।
डिसक्लेमर : इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य संबंधी सूचनाओं पर आधारित है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। डायबिटीज या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या के संबंध में कोई भी निर्णय लेने से पहले कृपया अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लें। लेख में प्रस्तुत जानकारी का उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है।