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आधुनिक लाइफस्टाइल बना दिल की बीमारी की वजह, युवावस्था में 80 फीसदी हृदय रोगों से बचना संभव

Heart Attack : हृदय रोग से संबंधित रोग पहले ज्यादा उम्र के लोगों में होने की संभावना अधिक रहती थी. लेकिन आज दुनिया के आधुनिक लाइफस्टाइल की वजह से आज के युवा वर्ग को भी दिल के दौरे संबंधी खतरे ज्यादा बढ़ गए हैं. 

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आधुनिक लाइफस्टाइल बना दिल की बीमारी की वजह, युवावस्था में 80 फीसदी हृदय रोगों से बचना संभव 

Brisk Walking : आज के बदलते लाइफस्टाइल की वजह से हृदय संबंधित रोग अब युवाओं को भी अपनी जकड़ में ले रहे हैं. आज के युवाओं में मेहनत ना करना दिल की बीमारी के खतरे को और ज्यादा बढ़ता है. इसलिए जरूरी है कि जीवन में एक्टिव लाइफस्टाइल को अपनाया जाए. आज के समय में कैंसर हार्ट अटैक डायबिटीज जैसी बीमारी काफी तेजी से अपना असर दिख रही है.

लाइफस्टाइल और एक्सरसाइज ना करना बड़ी वजह 

इन बीमारियों के बढ़ने की सबसे बड़ी वजह तो हमारा खानपान, गलत आदत, गलत लाइफस्टाइल और एक्सरसाइज ना करना ही है। पहले जो बीमारियां 50 साल या फिर उससे ज्यादा के बुजुर्गों को हुआ करती थी, लेकिन अब तो आलम यह है कि इससे अब युवा भी अछूता नहीं रहा है.

20 से 30 की उम्र में हृदय रोग दूर की कौड़ी लगते हैं। यह बुजुर्गों और अधिक उम्र के लोगों को अधिक प्रभावित करता है। इसलिए, विशेषज्ञों का मानना ​​है कि युवावस्था में ही हृदय स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। उनका कहना है, युवावस्था में शारीरिक गतिविधि बढ़ाने से हृदय स्वस्थ रहता है। हृदय रोगों की रोकथाम का आधार व्यायाम है।

80% हृदय रोग से बचाव संभव

NYU कॉलेज ऑफ मेडिसिन की हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नीका गोल्डबर्ग का कहना है कि 80% हृदय रोग से बचाव संभव है। एरोबिक व्यायाम, प्रतिरोध प्रशिक्षण जैसे व्यायाम हृदय रोगों से बचाव करते हैं। शारीरिक गतिविधि हृदय और फेफड़ों पर दबाव डालती है। उनमें दबाव सहने की क्षमता विकसित होती है। 

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने हृदय के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आठ महत्वपूर्ण आदतें सुझाई हैं। लाइफ़ एसेंशियल 8 में सक्रिय रहने के साथ-साथ पौष्टिक आहार खाने, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने, तंबाकू छोड़ने, स्वस्थ वजन बनाए रखने और भरपूर नींद लेने की सलाह दी गई है।

शारीरिक गतिविधि के फ़ायदे

ड्यूक यूनिवर्सिटी मेडिसिन स्कूल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. निशांत शाह कहते हैं कि व्यायाम के लिए 30 से 60 मिनट का समय निकाला जा सकता है। सप्ताह में 300 मिनट या उससे ज़्यादा शारीरिक गतिविधि के फ़ायदे हैं। डॉ. शाह कहते हैं, अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो दिल और शरीर की सेहत को बेहतर रखने के लिए इसे बंद करना ज़रूरी है। व्यायाम शुरू करने से पहले तंबाकू का सेवन छोड़ दें। दिल से जुड़ी एक तिहाई बीमारियाँ धूम्रपान से जुड़ी हैं।

धीरे-धीरे अपनी गतिविधि बढ़ाकर सप्ताह में 150 मिनट या 75 मिनट की मध्यम गतिविधि करें। साथ ही दो बार वज़न उठाने जैसी शक्ति प्रशिक्षण भी करें। AHA भी शरीर के समग्र स्वास्थ्य के लिए इसकी सलाह देता है। और डॉ. शाह कहते हैं, बुढ़ापे में शारीरिक गतिविधि शुरू करना मुश्किल होता है। अगर आप बीस से तीस साल की उम्र के बीच व्यायाम की आदत डाल लेते हैं, तो इसे जीवन भर बनाए रखना आसान होगा।

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