पेड़ की छाल बेचकर भी किसान हो जाएंगे लखपति!

अर्जुन का पेड़ आयुर्वेद में अधिक प्रयोग होता है. का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है.

अर्जुन के पेड़,फल, पत्‍तियों और जड़ों को कई बीमारियों को दूर करने में होता हैं.

अर्जुन के पेड़ की छाल का उपयोग कई तरह की बीमारियों में किया जाता है.

अर्जुन का पेड़ किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगा सकते है.

47 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में अच्छा विकास करता है.

हालांकि, इसका पौधा, उपजाऊ जलोढ़-कछारी, बलुई दोमट मिट्टी में काफी तेजी से विकास करता है.

अर्जुन 15- 16 साल में तैयार होता है. इसकी लम्बाई 11-12 मीटर और मोटाई 59-89 सेमी तक है.

पेड़ 80 साल तक देता है फल, कम लागत में किसानों को बंपर मुनाफा

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