सरकार की इस योजना के तहत किसानों को किराए पर मिलेंगे कृषि यंत्र, घटेगी खेती में लागत
Agricultural Machinery :भारत देश में आज खेती करने की आधुनिक विधि को अपनाया जा रहा है। समय के साथ-साथ कृषि यंत्रों में भी बदलाव किया जा रहा है। आज का युग मशीनरी युग माना जाता है। इसलिए किसानों को खेती करने के लिए कई तरह के कृषि यंत्रों की आवश्यकता होती है।
Price of Agricultural Machinery : खेती करने के लिए किसानों को अनेक प्रकार के कृषि यंत्रों की जरूरत होती है। आज के समय में आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग कर किसान आसानी से अपना काम निपटा लेते हैं। परंतु कुछ कृषि यंत्रों की कीमत ज्यादा होने की वजह से सामान्य वर्ग के किसान इन्हें खरीदने में सक्षम नहीं है। हालांकि सरकार की तरफ से बहुत सारे कृषि यंत्रों पर सब्सिडी प्रदान करवाई जाती है। इसके बावजूद भी कई किसान आर्थिक स्थिति कमजोर होने के के कारण सारी सब्सिडी का लाभ उठाकर भी इन कृषि यंत्रों को नहीं खरीद पाते हैं। ऐसे में सरकार द्वारा उन किसानों को ध्यान में रखते हुए उन्हें कम कीमत में कृषि यंत्र प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।
सरकार द्वारा चलाई जारी इस परियोजना के अंतर्गत किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार कृषि यंत्र खरीद सकते हैं। इस परियोजना की खास बात यह है कि किसानों को 50 रूपए से लेकर 300 रूपए तक के शुल्क प्रक्रिया यंत्र प्रदान किया जा रहे हैं।
किसान कैसे ले सकते हैं सस्ते कृषि यंत्र
कृषि विज्ञान केंद्र कोडरमा के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा खेती-बाड़ी से जुड़ी सभी जानकारी फ्री में प्रदान की जाती है। अब कृषि विज्ञान केंद्र में कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना हो चुकी है। किसान यहां से अपने काम में आने वाले सभी प्रकार के कृषि यंत्र जैसे कल्टीवेटर, रोटावेटर, रीपर, मल्टी क्रोप थ्रेशर, पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन तथा थ्रेसर इत्यादि मशीन अपना काम करने के लिए किराए पर ले जा सकते हैं। किसानों को बहुत ही काम किराए पर यह मशीन प्रदान की जा रही है।
कौन-कौन से किसानों को मिलेगा लाभ
मिली जानकारी के अनुसार कोडरमा में स्थापित कस्टमर हायरिंग सेंटर केंद्र सरकार की परियोजना है। इसमें पिछड़े वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के किसानों को मदद दी जाती है। बाजार में कई आधुनिक कृषि यंत्र महंगे होने की वजह से किसान इन्हें खरीद नहीं पाते इसलिए यह सब ध्यान में रखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को सस्ता किराया दर पर यंत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। किसानों को तीन दिनों के लिए यह कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जाएंगे। अलग-अलग कृषि यंत्रों की किराया दार अलग-अलग है न्यूनतम 50 रूपए से लेकर 300 रूपए तक निर्धारित है।
फ्री दिया जाएगा प्रशिक्षण
अगर कोई किसान कृषि यंत्र चलाना नहीं जानते हैं तो उन किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ द्वारा कृषि यंत्र चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि यंत्र को काम में लेने से पहले किसानों को उसकी जानकारी अच्छी तरह होनी चाहिए ताकि कोई तकनीकी खराबी आने के बाद उसे तुरंत ठीक कर सके। ऐसे किसानों का समय बर्बाद नहीं होगा। किसान को निर्धारित समय में अपना काम निपटाकर कृषि यंत्र को वापस हायरिंग सेंटर में जमा करवाना होता है। अगर किसान के पास संयंत्र चोरी हो जाता है तो उसकी पूरी कीमत किसानों को चुकानी पड़ती है।