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टमाटर की महंगाई ने बना दी चटनी, मानसून में राहत से ज्यादा परेशानी

Monsoon Rain : हर सब्जी के भाव बढ़ने से घर का रसोई का बजट पानी-पानी हो गया है। आम और खास व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर, हरी मिर्च, हरी सब्जियों और अन्य सब्जियों के आसमान छूते दामों से लोग परेशान है। 

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टमाटर की महंगाई ने बना दी चटनी, मानसून में राहत से ज्यादा परेशानी

Vegetable Prices Hike : आम और खास व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाले टमाटर, हरी मिर्च, हरी सब्जियों और अन्य सब्जियों के आसमान छूते दामों से लोग परेशान है। मानसून की भारी बारिश के बाद गर्मी हावी होने से दूसरे राज्यों से आवक पूरी तरह प्रभावित है। महिलाओं ने बताया कि वे एक सप्ताह के लिए 300 से 400 रुपए में सब्जी खरीदती थीं, जबकि इसकी कीमत 800 से 900 रुपए तक पहुंच गई है। पिछले एक पखवाड़े में सब्जियों के दामों में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी होने के साथ ही मुनाफाखोरी भी जोरों पर है। 

मालवीय नगर, मॉडल टाउन सेक्टर 10 संहिता केंद्र में टमाटर के दाम 120 से 150 रुपए के बीच थे और अन्य सब्जियों के दाम 130 रुपए प्रति किलो थे। कमोबेश यही स्थिति जौहरी बाजार और सिविल लाइंस में भी देखने को मिली। हर सब्जी के भाव बढ़ने से घर का रसोई का बजट पानी-पानी हो गया है। 

मुहाना मंडी में हाइब्रिड टमाटर का बाजार भाव 50 से 85 रुपए प्रति किलो रहा। शॉपिंगलाकोठी, गंगानेरी गेट, बजाज नगर, जगतपुरा मंडी में टमाटर का भाव 100 से 150 रुपए तक गिर गया। राजापार्क, सी स्कीम, वैशाली नगर, बापू नगर में टमाटर का भाव 160 रुपए प्रति किलो तक रहा।

ऐसे बढ़े सब्जी के भाव

जून के अंतिम सप्ताह तक मुहाना मंडी में टमाटर की आवक 250 से 280 टन प्रतिदिन थी, जो अब घटकर 140 से 150 टन रह गई है। यहां बेंगलुरु से आठ ट्रक और महाराष्ट्र से करीब 20 ट्रक आ रहे हैं।

मुहाना मंडी निवासी वसीम कुरैशी ने बताया कि गर्मी के कारण फसल खराब होने से दाम बढ़े हैं। व्यापारी इंद सैनी व देवेंव जैन ने बताया कि महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश के श्रीगोदा से नींबू, बेंगलुरू से अदरक व नासिक बेंगलुरू से टमाटर तथा मध्य प्रदेश से नीरध आ रहा है। बरछी टूगा चौमूं से टमाटर की आवक सितंबर से शुरू होगी।
 

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