प्रॉपर्टी में Delhi-NCR का सबसे तेज निकल रहा ये इलाका, 5 साल में रेट डबल
Delhi Ncr Property : प्रॉपर्टी खरीदने वालों के लिए दिल्ली एनसीआर का क्षेत्र एक हॉटकेक बन गया है। इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले पांच वर्षों में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गुरुग्राम में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है। लेकिन इनमें से ग्रेटर नोएडा सबसे आगे है। पूरी रिपोर्ट पढ़ें...

Saral Kisan, NCR Property Price : इस समय पूरे भारत में प्रॉपर्टी के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर इस मामले में सबसे आगे है। ANAROCK की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 5 वर्षों में यहां मकान की कीमत 81% तक बढ़ गई है। पूरे दिल्ली एनसीआर में ग्रेटर नोएडा ऐसा क्षेत्र है, जहां प्रॉपर्टी की कीमतें सबसे अधिक बढ़ी हैं।
एनारॉक ने गुरुवार को 'NCR रियल एस्टेट—एक विकास और अवसर का प्रकाशस्तंभ' नामक एक रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार, दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में प्रॉपर्टी के दाम सबसे अधिक बढ़े हैं। वहां 2020 से 2025 के बीच मकानों की कीमत 98% बढ़ गई। 2020 की पहली तिमाही में यहां प्रॉपर्टी की कीमत 3,340 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। जैसे ही 2025 की पहली तिमाही शुरू हुई, कीमत बढ़कर 6,600 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। इसका मतलब है कि इस साल मार्च के अंत तक कीमतें दोगुनी से अधिक हो गई हैं। नोएडा भी इस मामले में पीछे नहीं है। यहां मकान की कीमत 2020 से 2025 के बीच 92% बढ़ी है। 2020 की पहली तिमाही में यहां औसत कीमत 4,795 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। 2025 में मार्च तक हुई वृद्धि में यह 9,200 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बारे में क्या?
ग्रेटर नोएडा वेस्ट को स्थानीय लोग नोएडा एक्सटेंशन भी कहते हैं। वहां प्रॉपर्टी की कीमत सिर्फ पिछले एक साल में 24% बढ़ी है। 2024 के अंत तक यहां प्रॉपर्टी की कीमत 8,450 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। इसमें बताया गया है कि NCR में पिछले साल प्रॉपर्टी की कीमत में 30% की बढ़ोतरी हुई। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में यह बढ़ोतरी 34% और 33% रही। इसका मतलब है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा, NCR से भी आगे निकल गए हैं।
गुरुग्राम का क्या हाल?
गुरुग्राम और द्वारका के इलाकों में रियल एस्टेट में निवेश अच्छा दिखाई दे रहा हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में न्यू गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की औसत कीमत 10,350 रुपये प्रति वर्ग फुट थी। 2019 से यह 76% और पिछले साल से 34% ज्यादा है। कुल मिलाकर, गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमत 84% बढ़ चुकी है। 2020 की पहली तिमाही में यहां कीमत 6,150 रुपये प्रति वर्ग फुट होती थी, जो 2025 की मार्च तक हुई बढ़ोतरी में 11,300 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।
द्वारका एक्सप्रेसवे पर भी कीमतें तेज
द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ता है। इस एक्सप्रेसवे के आसपास भी प्रॉपर्टी की कीमत पिछले 5 वर्षों में दोगुनी हो गई है। द्वारका, गोल्फ कोर्स रोड, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन और ओल्ड गुरुग्राम जैसे क्षेत्रों से कनेक्टिविटी बढ़ने के कारण यहां प्रॉपर्टी की कीमत बढ़ी है। 2019 में यहां कीमत 5,360 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो पिछले महीने बढ़कर 11,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।
सस्ते मकान का ठिकाना सोहना रोड
सोहना रोड गुरुग्राम के दक्षिण में पड़ता है। साल 2024 में यहां पर प्रॉपर्टी की औसत कीमत 6,000 रुपये प्रति वर्ग फुट होती थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि सोहना रोड उन लोगों के लिए पसंदीदा जगह बन चुका है जो सस्ते में मकान खरीदना का प्लान बना रहे हैं। ANAROCK की एक पिछली रिपोर्ट के मुताबिक सोहना रोड में प्रॉपर्टी में निवेश करने पर 2021 के अंत से 2024 के अंत तक 59% तक का भारी रिटर्न मिला है। जबकि, इसी दौरान किराये में सिर्फ 47% की बढ़ोतरी भी हुई। सोहना रोड में प्रॉपर्टी खरीदना किराए पर देने से अधिक फायदेमंद है।
दिल्ली और फरीदाबाद के क्या हैं हाल
दिल्ली और फरीदाबाद में प्रॉपर्टी की कीमत में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है। दिल्ली में पिछले 5 वर्षों में प्रॉपर्टी की कीमत सिर्फ 38% बढ़ी है। साल 2020 की पहली तिमाही में इस जगह कीमतें 18,200 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो साल 2025 की पहली तिमाही में बढ़ोतरी के बाद 25,200 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। NCR के अन्य शहरों के मुकाबले इसे सबसे कम माना जा रहा है। फरीदाबाद में भी प्रॉपर्टी की कीमत मात्र 50% बढ़ी है। गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के मुकाबले यह बहुत कम है। फरीदाबाद में 2020 की पहली तिमाही में प्रॉपर्टी की कीमत 3,200 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो 2025 की पहली तिमाही में बढ़कर 4,800 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।
गाजियाबाद का क्या हाल
गाजियाबाद में प्रॉपर्टी की कीमत पिछले 5 वर्षों में 72% बढ़ी है। 2020 की पहली तिमाही में यहां कीमत 3,260 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो 2025 की पहली तिमाही में बढ़कर 5,600 रुपये प्रति वर्ग फुट बढ़ी है।