खाद्य महंगाई के बीच मसाले 20 फीसदी तक सस्ते, त्योहारी सीजन में आएगी उछाल
Masale-Haldi-Jeera : इस समय अनाज, दाल और सब्जियों जैसे प्रमुख रसोई उत्पादों में महंगाई है। हालांकि, जीरा, धनिया, मिर्च और हल्दी जैसे मसालों की कीमतों से उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सकती है। पिछले दो महीनों के दौरान इन मसालों की कीमतों में औसतन 10 से 20 फीसदी की कमी आई है। मसालों की कीमतों में हालिया गिरावट ऊंची कीमतों, अधिक स्टॉक और बेहतर बुआई की संभावना के कारण घरेलू और निर्यात मांग कम होने के कारण है। पिछले कुछ समय से माल ढुलाई की लागत बढ़ने के कारण देश से मसालों की किल्लत हो गई है।
इससे घरेलू कीमतों को कम करने में भी मदद मिली है। हालांकि, सालाना आधार पर देखा जाए तो सबसे ज्यादा गिरावट जीरे की कीमतों में देखने को मिल रही है। पिछले साल कमजोर मानसून के कारण जीरे का उत्पादन कम हुआ था और कीमत 650 रुपये प्रति किलो ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गई थी।
इस साल अप्रैल में जीरे की कीमत 230 रुपये प्रति किलो थी, जो जुलाई में घटकर 205 रुपये प्रति किलो रह गई। वहीं, पिछले दो महीनों के दौरान हल्दी की थोक कीमत में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है।
त्योहारी सीजन में मसालों की कीमतों में तेजी रहेगी
फेडरेशन ऑफ इंडियन स्पाइस स्टेकहोल्डर्स (FISS) के उपाध्यक्ष यू कार्तिक के अनुसार, इस समय घरेलू बाजार में मसालों की मांग और खरीदारी कम है। इसके अलावा देश से मसालों का निर्यात भी कम हो रहा है। नई फसल आने से अगले डेढ़ महीने तक कीमतों में नरमी रह सकती है। त्योहारी सीजन आने के बाद मांग बढ़ेगी और उसके बाद कीमतों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।