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दो साल में खर्च 18 फीसदी बढ़ा, किराना सामान पर सबसे ज्यादा 24 फीसदी खर्च

Inflation In India :देश में करीब एक तिहाई परिवार गंभीर वित्तीय तनाव में होने के बावजूद खर्च बढ़ा है। जून 2022 में समाप्त तिमाही के मुकाबले मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में औसत खरीदार खर्च में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
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दो साल में खर्च 18 फीसदी बढ़ा, किराना सामान पर सबसे ज्यादा 24 फीसदी खर्च

Inflation In India : देश में करीब एक तिहाई परिवार गंभीर वित्तीय तनाव में होने के बावजूद खर्च बढ़ा है। जून 2022 में समाप्त तिमाही के मुकाबले मार्च 2024 को समाप्त तिमाही में औसत खरीदार खर्च में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसमें सबसे ज्यादा 24 फीसदी हिस्सा किराना सामान का रहा। इस दौरान घरेलू सामान पर खर्च में 19 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यानी तिमाही में घरेलू खर्च में 2000 रुपये की बढ़ोतरी हुई।

कंज्यूमर रिसर्च फर्म कैंटा की 'एफएमसीजी पल्स' रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई में कमी का असर भी दिख रहा है। 2022 में जब महंगाई अपने चरम पर थी, तब सिर्फ 8 फीसदी परिवारों ने माना कि वे अपनी वित्तीय स्थिति से सहज हैं।  वहीं, 2024 की पहली तिमाही में यह दर बढ़कर 16% हो जाएगी। हालांकि, दोनों बार 34% परिवारों ने माना कि उनके लिए घर चलाना मुश्किल हो रहा है। कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली तिमाही में ग्रामीण बाजार में बिक्री 5.8% की दर से बढ़ी। जबकि, 2023 की चौथी तिमाही में यह 4.8% थी।

चुनाव से भी ग्रामीण बाजार को फायदा

ग्रामीण इलाकों में कुछ चीजें बेहतर रहेंगी। सरकार में कोई बदलाव न होने से बाजार में स्थिरता रहेगी। वहीं, अंतरिम बजट की तुलना में बदलाव कम होने की उम्मीद है। इसमें ग्रामीण भारत पर फोकस किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, हमें यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि आने वाले महीनों में कई राज्यों में चुनाव होने हैं और दूसरी छमाही में ग्रामीण बाजार के लिए लोकलुभावन उपायों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

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