सोलर ग्लास और प्लास्टिक का सामान हुआ महंगा, मोबाइल पर 5 फ़ीसदी ड्यूटी घटी
Custom Duty : उद्योगों को बढ़ावा देने और आम लोगों को राहत देने के लिए 12 विभिन्न क्षेत्रों में कई वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी घटा दी गई है, जबकि सिर्फ पांच वस्तुओं पर इसमें बढ़ोतरी की गई है। कैंसर की 3 दवाओं जैसी कई चीजों को ड्यूटी फ्री कर दिया गया है। पीवीसी फ्लेक्स शीट और बैनर पर ड्यूटी 10 से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दी गई है। चुनिंदा प्रयोगशाला रसायनों पर ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 150% कर दी गई है। भुने हुए मेवे, अन्य संरक्षित खाद्य पदार्थ और सुपारी जैसे प्रसंस्कृत मेवे आदि पर ड्यूटी 30 से बढ़ाकर 150% कर दी गई है। अमोनियम नाइट्रेट पर ड्यूटी 7.5% से बढ़ाकर 10% करने की घोषणा की गई है।
वहीं इस बार की बजट घोषणाओं के अनुसार सोना, चांदी, प्लेटिनम, मोबाइल चार्जर आदि समेत कुल 117 वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी कम या खत्म कर दी गई है। इन घोषणाओं से वर्ष 2024-25 में कस्टम ड्यूटी से 4,645 करोड़ रुपए अधिक प्राप्त होंगे। वर्ष 2023-24 में कस्टम ड्यूटी का बजट अनुमान 2 लाख 33 हजार 100 करोड़ रुपए था, जबकि वर्ष 2024-25 में यह 2 लाख 37 हजार 745 करोड़ रुपए है।
सामान सस्ता कस्टम ड्यूटी घटाई गई
5 पर ड्यूटी बढ़ी, 117 पर घटी, लेकिन 4,645 करोड़ रुपए अधिक कमाने का लक्ष्य प्लास्टिक, रसायन, अक्षय ऊर्जा और दूरसंचार क्षेत्र की कुछ वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। 25% ड्यूटी बढ़ाने से प्लास्टिक की वस्तुएं सबसे महंगी हो जाएंगी। अमोनियम नाइट्रेट पर 10% ड्यूटी बढ़ने से रासायनिक खाद महंगी हो जाएगी।
सोना-चांदी 6%, प्लेटिनम 6.4%, मोबाइल चार्जर 15%, कॉपर 2.5%, मछली दाना 5% सोने और चांदी की छड़ों पर कस्टम ड्यूटी 15% से घटाकर 61% कर दी गई है। इसी तरह प्लैटिनम आदि पर यह ड्यूटी 15.4% से घटाकर 6.4% कर दी गई है। इसी तरह सोने-चांदी जैसी महंगी धातुओं के सिक्कों पर भी कस्टम ड्यूटी 15% से घटाकर 6% कर दी गई है।
मोबाइल पर 5% ड्यूटी घटाई गई : बजट घोषणाओं में मोबाइल फोन, चार्जर, एडॉप्टर और सर्किट बोर्ड पर ड्यूटी 20% से घटाकर 15% कर दी गई है।
झींगा और मछली दाना भी सस्ता होगा। इस पर 5% ड्यूटी घटाई गई है। इन पर ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 15% कर दी गई है। लिथियम और कोबाल्ट समेत 25 खनिजों पर कस्टम ड्यूटी हटा दी गई है। इससे अक्षय ऊर्जा, अंतरिक्ष, रक्षा, दूरसंचार और हाई टेक इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। स्टील और कॉपर की उत्पादन लागत में कमी आएगी।
एक्साइज ड्यूटी दो बदलाव, 20 हजार करोड़ रुपए की कमाई घटेगी
कॉपर स्क्रैप पर कस्टम ड्यूटी 2.5% घटा दी गई है। फेरो निकेल और ब्लिस्टर कॉपर से कस्टम ड्यूटी हटा दी गई है। सोलर एनर्जी में इस्तेमाल होने वाले सोलर सेल, मॉड्यूल और पार्ट्स सस्ते कर दिए गए हैं, सोलर सेल या मॉड्यूल बनाने के लिए सोलर ग्लास और सोलर ग्लास महंगे हो गए हैं। 1 अक्टूबर 2024 से इन पर 10% ड्यूटी लगेगी, अभी तक यह शून्य थी।
ऑर्थोपेडिक इम्प्लांट बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल और लिम्प्स पर ड्यूटी घटाकर शून्य कर दी गई। एक्स-रे मशीनों में इस्तेमाल होने वाले एक्स-रे ट्यूब पर ड्यूटी आधी कर दी गई। इसकी दर 15% से घटाकर 7.5% कर दी गई है।
बजट घोषणा के अनुसार उत्पाद शुल्क में कुल दो बदलाव किए गए हैं और वह भी प्रक्रियाधीन है। बजट घोषणाओं का प्रतिशत वर्ष की तुलना में इसके अनुसार, पिछले वर्ष सरकार को उत्पाद शुल्क से 20 हजार करोड़ रुपए कम प्राप्त हुए होंगे। वर्ष 2023-24 में उत्पाद शुल्क का लक्ष्य 3 लाख 39 हजार करोड़ रुपए था, जो 2024-25 में 3 लाख 19 हजार करोड़ रुपए है। यदि जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर का भुगतान किया जाता है तो स्वच्छ पर्यावरण उपकर नहीं लगाया जाएगा।