चेक क्लीयरेंस पर RBI ने किया बड़ा फैसला, अब कुछ घंटों में मिल जाएगा आपको पैसा
RBI Big Update : आज के दिन भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा नीति को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिसमें आरबीआई ने सभी बैंकों को चेक क्लियर करने की समय सीमा को कम करने का आदेश जारी किया है। वर्तमान में चेक क्लियर होने में 1 से 2 दिन लगते हैं। जबकि अभी केंद्रीय बैंक ने इसे कुछ घंटों में क्लियर करने का आदेश दिया है। करोड़ों कारोबारियों और आम लोगों को इस निर्णय से लाभ मिलने वाला है।
आरबीआई ने दिए, दिशा-निर्देश
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने चेक के क्लियर करने के समय को कुछ घंटों में पूरा करने का निर्णय लिया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक नीति बैठक के दौरान कई बड़ी घोषणा की है, उन्होंने बताया कि चेक को कुछ घंटों में स्कैन, प्रस्तुत और पास किया जाएगा, और इस कार्य को निरंतर रूप से कारोबारी घंटों के रूप में किया जाना है। केंद्रीय बैंक ने बताया कि इस संबंध में जल्द ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
इस कदम का उठाने का लक्ष्य चेक क्लियरेंस की क्षमता में सुधार और प्रतिभागियों के लिए जोखिम को कम करना है।इसके बारे में गवर्नर (Governor) ने बताया कि उपाय का लक्ष्य ग्राहक अनुभव को सुधारना है। इसके अलावा CTS को बैच प्रक्रियाओं की वर्तमान दृष्टि से निरंतर क्लियरेंस में बदलने का प्रस्ताव है, जिसमें "ऑन-रियलाइज़ेशन-सेटलमेंट" शामिल है।
पांच बातों से समझें, इसके फायदे
- नए सिस्टम से चेक को स्कैन, प्रस्तुत और पूरे कारोबारी घंटों में लगातार क्लियर किया जा सकेगा, जो वर्तमान बैच प्रोसेसिंग विधि के बजाय होगा।
- वर्तमान चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) एक T+1 क्लियरिंग साइकल (दो वर्किंग डेज) का उपयोग करता है।
- ‘ऑन-रियलाइज़ेशन-सेटलमेंट’ के साथ लगातार चेक क्लियरिंग में बदलाव का उद्देश्य सभी प्रक्रिया में शामिल लोगों के लिए निपटान जोखिम को कम करना है और चेक प्रक्रिया की दक्षता में सुधार करना है।
- गवर्नर दास ने स्पष्ट किया कि इस अभियान का उद्देश्य ग्राहकों को तेजी से चेक क्लियरेंस की पेशकश करके विश्वास बढ़ाना है।
- जल्द ही नई चेक क्लियरिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।