home page

Gold Rate : सोने में निवेश करने का शानदार मौका, 71% रिटर्न के साथ कहां पहुंचेगा गोल्ड रेट, एक्सपर्ट ने दिया जवाब

Gold Rate : सोने की बढ़ती कीमतों को देखते हुए, कई विशेषज्ञ अलग-अलग अनुमान लगा रहे हैं कि आगे क्या हो सकता है और क्या इस साल सोने की कीमतें बढ़ सकती हैं।  वह सभी एक्सपर्टस की सोने की कीमतों पर अपनी-अपनी राय बना रहे हैं। 

 | 
Gold Rate : सोने में निवेश करने का शानदार मौका, 71% रिटर्न के साथ कहां पहुंचेगा गोल्ड रेट, एक्सपर्ट ने दिया जवाब 

The Chopal, Gold Rate : इसलिए इस साल सोने की कीमतों से विशेषज्ञ गोल्डमैन कुछ अलग उम्मीद करते हैं।  इंवेस्टमेंट बैंक के गोल्डमैन ने सोने की कीमतों को 2025 तक क्या रह सकता है?  इससे पहले भी वह अपना सोने का खर्च दो बार बता चुका है। 

 सोने की कीमत इस तरह बढ़ेगी

गोल्डमैन ने हाल ही में कहा कि सोने की कीमत 3,700 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ जाएगी।  यह इस साल के साढ़े तीन महीने में तीसरी बार है कि गोल्डमैन ने सोने की कीमत में वृद्धि का अनुमान लगाया है।

 1 जनवरी 2025 को, वर्ष के पहले दिन, सोनी की कीमत 2,623 डॉलर प्रति औंस थी।  वहीं, सोना साल के अंत तक 3,700 डॉलर तक पहुंच जाएगा तो 41 प्रतिशत का रिटर्न मिलेगा।

सोने की आय का अनुमान 

गोल्डमैन ने इस वर्ष तीसरी बार सोने की दर का अनुमान लगाया है।  उनका कहना है कि सोने की कीमतों के आंकड़े बहुत चौकाने वाले हैं।  2025 के अंत तक सोना की कीमत 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है अगर बाजार की स्थिति बदतर होती है।  यदि ऐसा होता है, तो निवेशकों को लगभग 71.5% तक का उत्कृष्ट रिटर्न मिलने की संभावना है।

 अब तक 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है

 2025 तक, सोना 3,200 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।  इस साल की शुरुआत से अब तक यह 22% तक बढ़ा है।  वर्तमान में भारत के घरेलू बाजार में सोना 93,280 रुपये प्रति 10 ग्राम है। 

 फरवरी में 3100 का अनुमान था

फरवरी में गोल्डमैन ने अनुमान लगाया था कि सोने की कीमत 3,100 डॉलर तक पहुंच सकती है।  फरवरी से पहले, उनका सोना अनुमानित 2,890 डॉलर था।

 यह विचारणीय है कि गोल्डमैन और अन्य विशेषज्ञों ने सोने से इतनी उम्मीद क्यों लगाई है?   इसके कई और कारण हैं।  वर्तमान वैश्विक बाजार में चल रहा ट्रेड वार सबसे पहले है।  इस बीच, चीन और अमेरिका के बीच जारी टैरिफ संघर्ष और अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर बढ़ती चिंता भी है।  ऐसे में सोना एक बहुत सुरक्षित विकल्प माना जाता है अगर मंदी भी आती है। 

 सोने की तेजी के कारण

 वर्तमान आर्थिक परिदृश्य को देखते हुए, सोना सबसे सुरक्षित विकल्प के रूप में सामने आ रहा है।  साथ ही, अगर अमेरिका में आगामी मंदी भी आती है, तो सोने की मांग और अधिक बढ़ सकती है।  वास्तविक गोल्ड की खरीद और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) इसमें महत्वपूर्ण हैं।  इसके अलावा, पूरे विश्व के केंद्रीय बैंकों की निरंतर सोने की खरीद से भी सोने की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। 

 आर्थिक अनिश्चितता ने आकर्षित किया

आज दुनिया भर में ट्रेड वार चल रहा है।  ऐसे में वैश्विक आर्थिक स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है।  माना जाता है कि जब दुनिया में कुछ अनिश्चित होता है या कोई बड़ा आर्थिक खतरा होता है, तो सोना सबसे अच्छा होता है।  सोना आज निवेशकों के लिए बेहतरीन निवेश विकल्प बन गया है।  इसलिए सोने की कीमतें तेजी से बढ़ने लगी हैं।

 गिरावट आ सकती है

साल 2025 में सोने की कीमतों में भारी वृद्धि होगी, ऐसा कुछ विशेषज्ञों ने पहले ही अनुमान लगाया है।  साथ ही, कुछ लोग मुनाफा कमाने के लिए बीच-बीच में सोना बेच सकते हैं।  यदि यह सच है, तो सोने की कीमतों में धीरे-धीरे गिरावट भी हो सकती है।

 किन कारणों से कीमतें बढ़ सकती हैं?

 यदि इस साल अमेरिका का फेडरल बैंक ब्याज दरों में कटौती करता है तो सोने की कीमतों में भी तेजी आ सकती है।  अमेरिकी बॉन्ड की भारी बिक्री भी सोने में तेजी ला सकती है।  10 साल की यील्ड बढ़ती है और बॉन्ड बिकते हैं, ऐसा माना जाता है।  यही कारण है कि वर्तमान में अमेरिकी बॉन्ड भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।  यही कारण है कि सोने की कीमतें तेजी से बढ़ती हैं और निवेशकों का रुझान बढ़ता है।

Latest News

Featured

You May Like