home page

कई जगह ठुकराने के बाद भी नहीं मानी हार, महज 9 साल में खड़ी कर दी 52 हजार करोड़ की कंपनी

दिल्ली के ईट से बीटेक की डिग्री लेने के बाद रुचि ने इंडियन स्कूल आफ बिजनेस में एमबीए किया और 8 साल तक मैकेंजी जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती रही। इसके बाद रुचि ने अपना बिजनेस स्टार्ट शुरू करने का प्लान बनाया।
 | 
कई जगह ठुकराने के बाद भी नहीं मानी हार, महज 9 साल में खड़ी कर दी 52 हजार करोड़ की कंपनी

Business founder ruchi kalra : किसी भी बिजनेस में सफलता हासिल करने के लिए लक्ष्य और फोकस सबसे अधिक जरूरी होता है। आज हम आपको ऐसी ही बिजनेस वूमेन के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी। आज हम आपको रुचि कालरा के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने अपने जीवन में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कभी हार नहीं मानी और आज वे दो यूनिकॉर्न स्टार्टअप अकेले चला रही है। एक ऐसा समय आया था जब उनका बिजनेस आइडिया 73 लोगों ने ठुकरा दिया था। लेकिन आज उनकी दो कंपनियों की मार्केट वैल्यू ₹52000 करोड़ रुपए है।

दिल्ली के ईट से बीटेक की डिग्री लेने के बाद रुचि ने इंडियन स्कूल आफ बिजनेस में एमबीए किया और 8 साल तक मैकेंजी जैसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती रही। इसके बाद रुचि ने अपना बिजनेस स्टार्ट शुरू करने का प्लान बनाया। बिजनेस आइडिया तैयार करने में उनके पति आशीष ने उनका पूरा सहयोग किया। फिर उन्होंने बिजनेस आइडिया में निवेश करने के लिए निवेशकों के पास भटकती रही। बहुत से लोगों ने उनके आइडिया को बेकार बताकर रिजेक्ट कर दिया, लेकिन रुचि को खुद पर भरोसा था और उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

73 लोगों ने किया रिजेक्ट

रुचि ने इन्वेस्टर ढूंढने के लिए 73 लोगों को अपना बिजनेस आइडिया बताया। लेकिन सभी ने खारिज कर दिया और उन्हें कोई निवेशक नहीं मिल पाया। उन्होंने साल 2015 में b2b प्लेटफॉर्म आफ बिजनेस के नाम से अपना काम शुरू किया। इस प्लेटफार्म के जरिए इंडस्ट्रीज को कच्चे माल की सप्लाई की जाती है। आप जानकर हैरान रह जाएंगे की 9 साल में ही कंपनी की वैल्यूएशन 44000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी थी।

फिर शुरू हुई दूसरी कंपनी

साल 2017 में रुचि ने Oxyzo फाइनेंशियल सर्विसेज के नाम से नया स्टार्टअप शुरू किया। स्टार्टअप के जरिए कच्चा माल खरीदने वाले क्लाइंट को फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइड करवाई जाती है। स्टार्टअप ने हाल ही में 20 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जबकि कंपनियों का वैल्यूएशन 8300 करोड़ रुपए आंका जा रहा है।

2600 करोड़ की मालिक

रुचि कालरा की दोनों कंपनियों की वैल्यू करीबन 52000 करोड़ रुपए है। इतना ही नहीं रुचि की नेटवर्थ भी सालाना 2022 में ही 2600 करोड़ रुपए तक पहुंच चुकी थी। रुचि की कंपनी का रेवेन्यू साल 2021 में 197 करोड़ रुपए था, जो 2022 में बढ़कर 313 करोड़ रुपए हो गया। रुचिका कालरा ने बताया कि अगर जिंदगी में विजन क्लियर हो और खुद पर भरोसा हो तो लक्ष्य दूर नहीं होता है।

Latest News

Featured

You May Like