क्या आप जानते हैं अडानी ग्रुप के पास कितना है कैश, इंफ्रास्ट्रक्चर में विस्तार करेगा अदानी ग्रुप
Adani Group : पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में अडानी एंटरप्राइजेज की कुल आय 45% बढ़कर रिकॉर्ड 82,917 करोड़ रुपये हो गई। कर के बाद लाभ 71% बढ़कर 40,129 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा कंपनी के पास रिकॉर्ड 59,791 करोड़ रुपये की नकदी है। समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने सोमवार को कंपनी के शेयरधारकों की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में ये बातें कहीं। अडानी ने शेयरधारकों से कहा कि समूह देश के तेजी से बढ़ते बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है, क्योंकि बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ने की उम्मीद है। अडानी समूह बंदरगाहों, बिजली और कोयला खनन के कारोबार में है। भारत बुनियादी ढांचे पर खर्च पर दांव लगा रहा है, जिसके सालाना 20-25% बढ़ने की उम्मीद है।
अडानी ने कहा, पिछले वित्त वर्ष में हमारे हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो 8.86 करोड़ तक पहुंच गई। मुंद्रा में नई कॉपर रिफाइनरी का परिचालन शुरू हुआ। इस दशक के अंत तक हम इसे 1 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सिंगर कॉपर स्मेल्टर बनाने की योजना बना रहे हैं।
समूह कंपनियों का प्रदर्शन
अदानी पोर्ट्स एंड एसईजेड : फर्म ने 40 करोड़ मीट्रिक टन कार्गो को पार कर लिया है। रिकॉर्ड 42 करोड़ मीट्रिक टन का संचालन किया। दस बंदरगाहों ने अब तक का सबसे अधिक कार्गो वॉल्यूम दर्ज किया है।
अदानी ग्रीन एनर्जी : वित्त वर्ष 2029-30 के लिए लक्ष्य को 45 से संशोधित कर 50 गीगावाट किया। अदानी ने कहा कि हमने देश की कुल अक्षय क्षमता में 15% यानी 2.8 गीगावाट की वृद्धि की है।
अदानी पावर की परिचालन क्षमता : गोड्डा में 1,600 मेगावाट ट्रांस-नेशनल अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के चालू होने के साथ 12% बढ़कर 15,250 मेगावाट हो गई। यह भारत का पहला पावर प्लांट है जो अपनी सारी बिजली पड़ोसी देश को निर्यात करता है।
अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस : फर्म की ट्रांसमिशन ऑर्डर बुक बढ़कर 17,000 करोड़ रुपये और स्मार्ट मीटरिंग ऑर्डर बुक बढ़कर 228 लाख यूनिट हो गई है।
अदानी टोटल गैस : सीएनजी स्टेशन संख्या 900 तक पहुंच गई। पीएनजी कनेक्शन 8.45 लाख से बढ़कर 9.76 लाख हो गए।
सीमेंट संचालन : एसीसी, अंबुजा और अन्य अधिग्रहणों के बाद, अदानी समूह की संयुक्त सीमेंट क्षमता 67.5 एमटीपीए से बढ़कर 79 एमटीपीए हो गई है। प्रति टन आय दोगुनी से अधिक होने का दावा किया गया है।