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इन बैंकों से महंगा पड़ेगा कार और होम लोन, पुरानी EMI में भी होगी बढ़ोतरी

पंजाब नेशनल बैंक ने 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। वहीं दूसरी तरफ बैंक ऑफ़ इंडिया ने 1 साल की अवधि के लिए एमसीएलआर दर को 8.90 से बढ़ाकर 8.95 कर दिया है। इसके साथ ही अन्य अवधि की दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। 
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इन बैंकों  से महंगा पड़ेगा कार और होम लोन, पुरानी EMI में भी होगी बढ़ोतरी 

Home And Car Loan : होम लोन और कार लोन लेने वाले लोगों के लिए एक जरूरी सूचना आई है। EMI में बढ़ोतरी के साथ होम लोन और कार लोन लेना महंगा पड़ने वाला है। पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ़ इंडिया सहित कई बैंकों से होम लोन और कार लोन लेना महंगा होने वाला है। इसके साथ-साथ जिन लोगों ने पहले ही बैंकों से कर्ज लिया हुआ है, उनकी ईएमई बढ़ने वाली है। क्योंकि इन बैंकों ने एमसीएलआर को बढ़ा दिया है। इन बढ़ाई गई दरों को गुरुवार से लागू कर दिया गया है। इसके साथ-साथ कई अन्य बैंक भी एमसीएलआर बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। 

पंजाब नेशनल बैंक ने 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। वहीं दूसरी तरफ बैंक ऑफ़ इंडिया ने 1 साल की अवधि के लिए एमसीएलआर दर को 8.90 से बढ़ाकर 8.95 कर दिया है। इसके साथ ही अन्य अवधि की दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। 

वहीं पंजाब नेशनल बैंक ने एक महीने की दर 8.30 से बढ़ाकर 8.35% कर दी है। तीन महीने के लिए 8.50 से बढ़ाकर 8.55, छह महीने की 8.70 से बढ़ाकर 8.75 और एक साल की दर 8.85 से 8.90 प्रतिशत कर दी गई है। 

क्या है MCLR 

जब भी किसी बैंक से होम लोन या फिर कार लोन लिया जाता है, तो बैंक द्वारा लिए जाने वाले ब्याज की न्यूनतम दर को आधार दर कहा जाता है। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार आधार दर से कम पर कोई भी बैंक ऋण नहीं दे सकता है। लेकिन आज के समय में आधार दर की जगह बैंक एमसीएलआर का प्रयोग करता है। इस राशि की गणना करने के लिए धनराशि की सीमांत लागत प्रीमियम अवधि संचालन खर्च और नगदी भंडार अनुपात को बनाए रखने की लागत के आधार पर किया जाता है। 

HDFC बैंक 

एचडीएफसी बैंक ने ग्राहकों को सतर्क करते हुए बताया कि निवेश के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले कारोबारी से सतर्क रहने की सलाह दी है। बैंक ने जानकारी देते हुए कहा कि निवेश धोखाधड़ी के मामलों में धोखेबाज आमतौर पर शेयर, आईपीओ, क्रिप्टोकरंसी, बिटकॉइन जैसी परी संपत्तियों में निवेश पर असामान्य रूप से अधिक रिटर्न का वादा करते हुए दिख रहे हैं। इस फर्जीवाड़ी में नकली स्वचालित निवेश या ऐप बनाना भी शामिल है। इन योजनाओं से पीड़ितों को उच्च रिटर्न का संकेत देने वाला नकली डैशबोर्ड भी दिखाई देते है।

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