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उत्तर प्रदेश के इस शहर में है दुनिया का पहला फ्लोटिंग CNG स्टेशन, 18 करोड़ हुए खर्च

UP News : रविदास घाट पर आयोजित उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यावरणीय चुनौतियों और स्वच्छ अक्षय स्रोतों में बदलाव की तत्काल आवश्यकता से जूझ रहे विश्व में वाराणसी में दूसरे फ्लोटिंग इंफ़्रास्ट्रक्चर का उद्घाटन व्यवहार्य अक्षय ऊर्जा समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
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This city of Uttar Pradesh has the world's first floating CNG station, Rs 18 crores spent

Saral Kisan : केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गंगा किनारे रविदास घाट पर रविवार को फ्लोटिंग कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) मोबाइल रि-फ्यूलिंग यूएनआईटी (एमआरयू) स्टेशन का रिमोट से शुभारम्भ किया। यह दुनिया का पहला सचल स्टेशन है। इससे नाविकों को बड़ी राहत मिली है। अब नमो घाट के साथ ही रविदास घाट पर नाविक सीएनजी भरवा सकेंगे। अभी तक वाराणसी के उत्तर में स्थित नमो घाट पर ही सुविधा थी। अब दक्षिण में स्थित रविदास घाट पर भी सुविधा हो गई है।

रविदास घाट पर आयोजित उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यावरणीय चुनौतियों और स्वच्छ अक्षय स्रोतों में बदलाव की तत्काल आवश्यकता से जूझ रहे विश्व में वाराणसी में दूसरे फ्लोटिंग इंफ़्रास्ट्रक्चर का उद्घाटन व्यवहार्य अक्षय ऊर्जा समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कहा कि यह फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में परिवर्तनकारी निर्णय है। इससे नाविकों को ईंधन भरने के लिए नमो घाट तक नहीं जाना पड़ेगा। उससे समय और धन की बचत होगी।

उन्होंने कहा कि नावों के पुराने व कम कुशल पेट्रोल-डीजल इंजनों को सीएनजी इंजनों में परिवर्तित करने से ईंधन दक्षता में सुधार हुआ है। अब तक 890 पंजीकृत में 735 नौकाओं को गेल की ओर से सीएनजी के रूप में बदल दिया गया है। इस पर 18 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस अवसर पर गेल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता, निदेशक (मानव संसाधन) आयुष गुप्ता, निदेशक (विपणन) संजय कुमार आदि उपस्थित थे।  

प्रतिदिन 300-400 नौकाओं में भरी जाएगी सीएनजी

रविदास घाट के नये सीएनजी स्टेशन को नमो घाट पर लाकर कैस्केड में सीएनजी भरा जाएगा। फिर उसे रविदास घाट तक पहुंचाया जाएगा। इसकी क्षमता चार हजार किग्रा प्रतिदिन है। यहां 300 से 400 नौकाओं में प्रतिदिन सीएनजी भरी जा सकती है।

नाविकों को हर माह 36 हजार की बचत

गेल के अधिकारियों के मुताबिक हर नाविक ईंधन के रूप में सीएनजी का उपयोग कर हर माह लगभग 36 हजार रुपये बचा सकता है। साथ ही सीएनजी सुरक्षित और कम प्रदूषणकारी है।

13 और सीएनजी स्टेशन खुलेंगे

गेल ने वाराणसी में सीजीडी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए 350 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। 2024 तक 100 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य है। वर्तमान में दो फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशनों के अलावा गेल के 24 सीएनजी स्टेशन संचालित हैं। 13 स्टेशनों का कार्य प्रगति पर है।  गेल 32 हजार से अधिक घरों, होटल और रेस्तरां जैसी 61 वाणिज्यिक इकाइयों और 13 औद्योगिक इकाइयों को पाइप्ड नेचुरल गैस भी उपलब्ध करा रहा है। 40 हजार घरों में पीएनजी कनेक्टिविटी का कार्य जारी है।

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