जहाज के मलबे में पाया गया दुनिया का पहला कंप्यूटर, वैज्ञानिकों ने जताई हैरानगी
आपको बता दें कि स्पंज गोताखोरों ने रोमन युग के एक जहाज के मलबे से इसे निकाला था। उस समय से लेकर आज तक इस कंप्यूटर पर वैज्ञानिकों द्वारा शोध किया जा रहे हैं। इसे लेकर कई जानकारियां सामने आई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह मेकैनिज्म एक पहेली की तरह हैं जिसे सुलझाना काफी मुश्किल है। लेकिन इस कंप्यूटर के कई रहस्य को सुलझाया जा चुका है।
लंदन कॉलेज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस कंप्यूटर के बारे में कुछ अहम जानकारियां प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि 3D मॉडलिंग के जरिए कुछ रहस्य सुलझाए जा रहे है। उन्होंने प्राचीन घटनाओं के आधार पर नए डिजाइन को बनाने की कोशिश की है। इस कंप्यूटर के जरिए सूर्य, चंद्रमा और ग्रहों की चाल का पता चलता है। लेकिन अभी तक पता नहीं चल पाया है कि यह डिजाइन पूरी तरह सही है या फिर नहीं।
सूर्य, चंद्रमा और ग्रह की जानकारी
जानकारी अनुसार बताया जा रहा है कि प्राचीन यूनानी समय में इस उपकरण का इस्तेमाल सूर्य, चंद्रमा और पांच गृहों की स्थिति जानने के लिए किया जाता था। इसके साथ-साथ चंद्रमा की चाल का पता लगाने के लिए इसे कैलेंडर के तौर पर प्रयोग किया जाता था।
साल 2021 में वैज्ञानिक एडम वोजिक ने बताया था कि इसे दोबारा बनाने से यह बातें साबित होता है, जो वैज्ञानिकों ने बचे हुए हिस्सों से प्राप्त की है। बता दें कि यह कंप्यूटर एक जूते के डिब्बे के आकार का है। इस मेकैनिज्म में 37 गियर दिए गए थे, जो एक दूसरे से जुड़ते हैं। इसके जरिए अंतरिक्ष विज्ञान को समझने का प्रयास किया जाता था।