UP में अब महिलायें चलाएगी गुलाबी बस, महिलाओं की होगी पूरी तरह जिम्मेवारी, पढ़ें क्या है प्लान
लखनऊ गुलाबी रंग की रोडवेज बस की ड्राइविंग सीट पर पुरुषों को नहीं देखा जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पिंक बस सेवा को पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित करने का फैसला किया है। विभिन्न जिलों से 23 महिलाएं कानपुर के प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण के लिए चुनी गईं हैं।
Saral Kisan - लखनऊ गुलाबी रंग की रोडवेज बस की ड्राइविंग सीट पर पुरुषों को नहीं देखा जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पिंक बस सेवा को पूरी तरह से महिलाओं के लिए आरक्षित करने का फैसला किया है। विभिन्न जिलों से 23 महिलाएं कानपुर के प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण के लिए चुनी गईं हैं। जल्दी शुरू होने वाला दूसरा बैच महिला चालकों को प्रशिक्षित करेगा। सितंबर 2022 से पहले बैच की 21 महिला चालकों को विभिन्न डिपो में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिलाओं की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम (UPSRTC) ऐसा करने जा रहा है।
महिला चालकों का दूसरा बैच शुरू
योगी सरकार पिंक बसों के संचालन के लिए प्रतिबद्ध है और जल्द ही महिला चालकों का दूसरा बैच शुरू करने जा रही है। कौशल विकाश मिशन ने महिला चालकों के द्वितीय बैच को अनुमति दी है। इन महिलाओं ने नामांकन कराया है। शेष 5 आवेदन और प्राप्त करने के बाद शीघ्र ही दूसरा बैच शुरू किया जाएगा। महिला चालकों के आने से पिंक बसों का संचालन लगभग महिलाओं द्वारा होने लगेगा, जिससे प्रदेश की महिलाएं पहले से अधिक सुरक्षित यात्रा कर सकेंगी। सितंबर 2022 से, 21 महिला चालकों को पिंक बसों के संचालन के लिए विभिन्न डिपो में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सुरक्षित सफर महिलाओं के लिए
परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि 23 महिला अभियार्थियों में से पांच कानपुर नगर से हैं, जबकि एक-एक महिला फतेहपुर, लखनऊ, रायबरेली और कानपुर देहात से है। आगरा और फिरोजाबाद यह औरैया, मैनपुरी, जालौन, चित्रकूटधाम, बस्ती, प्रतापगढ़, मेरठ, शाहजहांपुर, शामली सहित कई जिलों से आता है। परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रथम बैच की 21 महिला चालक 09 प्रशिक्षण केंद्रों (विकासनगर डिपो, किदवईनगर डिपो, फजलगंज डिपो, उन्नाव डिपो, अलीगढ़ डिपो, लोनी डिपो, कौशाम्बी डिपो, अवध डिपो, ताज डिपो) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. जनवरी 2024 में बसों के संचालन के लिए तैयार हो जाएंगे।
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