राजस्थान में बने ये 3 नए जिलों को लेकर फंसा पेंच, बने रहेंगे या नहीं?
Rajasthan News : राजस्थान में गहलोत सरकार में बनाए गए तीन नए जिलों पर अब संकट के बादल मंडरा रहे हैं। राजस्थान की भजन लाल सरकार की तरफ से विधानसभा में इन जिलों के अधिसूचना को लेकर जवाब दिया गया उससे यह लगता है कि भविष्य में इन जिलों का अस्तित्व रहेगा या नहीं अभी संशय बना हुआ है.
Bhajanlal government : राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार की कार्यालय में बने 22 जिलों में से तीन जिलों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. राजस्थान में इन तीन जिलों के भविष्य में अस्तित्व को लेकर संशय बना हुआ है. राजस्थान के मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन जिले पर संकट बना हुआ है। विधानसभा में भजनलाल सरकार की तरफ से दिए गए जवाब में इन जिलों के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. अब राजस्थान की भजन लाल सरकार क्या निर्णय लेगी वह सब उन पर निर्भर है।
उच्च स्तरीय कमेटी का गठन
सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की ओर से सेवानिवृत आईएएस अधिकारी रामलुभाया की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन नए जिलों को बनाने के लिए किया गया था। उस कमेटी का कार्यकाल 5 सितंबर 2023 से 13 मार्च 2024 तक बढ़ाया गया था। लेकिन सरकार बदलते ही रामलुभाया समिति को 17 दिसंबर 2023 को समाप्त कर दिया गया।
विधानसभा के पहले सत्र में देवली-उनियारा के पूर्व कांग्रेस विधायक हरीशचंद मीना ने मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन को जिले बनाने के बारे में अधिसूचना जारी करने की मांग की थी। पिछले दिनों सरकार ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भजनलाल सरकार ने इसके उत्तर में कहा कि तत्कालीन सरकार ने उनकी सैद्धान्तिक स्वीकृति दी थी। लेकिन सूचना नहीं दी गई थी। वर्तमान में उच्च स्तरीय समिति की अनुशंषा नहीं मिलने के कारण राजस्व विभाग ने घोषित जिलों के बारे में कोई सूचना नहीं दी है।
कैबिनेट सब कमेटी का गठन
भजनलाल सरकार ने नए सिरे से कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया है, जो पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की ओर से बनाए गए जिलों और संभागों की समीक्षा करेगी। इस कमेटी का संयोजक उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा है। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, मंत्री हेमंत मीना और मंत्री सुरेश रावत चार अतिरिक्त सदस्य हैं।
जनता में बवाल
विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लागू होने से पहले राजस्थान सरकार ने 19 नए जिले और तीन संभाग बनाए थे। लेकिन वर्षों से जिला बनाने की मांग कर रहे कुछ कस्बों में जनता ने बवाल मचा दिया जब यह नहीं हुआ। लोगों की मांग को देखते हुए गहलोत सरकार ने तीन और कस्बों (मालपुरा, सुजानगढ़ और कुचामन) को जिला बनाया। बता दे की 7 अक्टूबर 2023 को राज्य सरकार के मंत्रिमंडलीय सचिवालय ने इन नए तीनों जिलों को सर्रकुलेशन के माध्यम से मंजूरी दी। 6 अक्टूबर 2023 को इनकी घोषणा की गई। लेकिन इनकी सूचना जारी नहीं होने से अब उनकी उपस्थिति संकट में है।