भारत के इस शहर को क्यों कही जाती है मिर्चों की सिटी? जानिए
Saral Kisan - भारत में 28 राज्य हैं और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रत्येक शहर में विशिष्ट गुण हैं। शहरों ने देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने में कुछ विशेषताओं का योगदान दिया है। शहरों को खास बनाने में उनकी संस्कृति, भोजन और उत्पाद भी महत्वपूर्ण हैं। इस भाग में कुछ शहरों को उनके उत्पादों से भी जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि भारत में एक शहर को मिर्चों का शहर भी कहते हैं?
मिर्चों का शहर
भारत पहले से ही मसालों का देश था। यही कारण है कि इतिहास को देखकर यह पता चलता है कि मसालों की मांग विश्व भर में ब्रिटिश काल से ही बढ़ी है। अंग्रेजों ने भी मसालों का व्यापार भारत में किया था। यही कारण है कि भारत में एक शहर को मिर्चों का शहर कहा जाता है। आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में मिर्चों का शहर कहा जाता है।
क्यों मिर्चों का शहर कहा जाता है?
अब आप सोच रहे होंगे कि भारत के कई राज्यों में मिर्च की खेती भी की जाती है। यही कारण है कि इस शहर को मिर्चों का शहर कहा जाता है। वास्तव में, गुंटूर जिले में मिर्चों की खेती बहुत अधिक होती है, और यहां उत्पादित मिर्चों की किस्मों की पूरी भारत में मांग है।
किस प्रकार की मिर्चें प्रसिद्ध हैं?
यहां मिलने वाली कई मिर्चों में से 334 निर्यात की गई अच्छी गुणवत्ता वाली मिर्च है। इसमें तेजा मिर्च भी है। वहीं, गुंटूर सननम, यहां की सबसे बड़ी मिर्च, दिसंबर से मई तक खेती की जाती है। इस मिर्च की दुनिया भर में सबसे अधिक मांग है। गुंटूर, खम्मम और वारंगल में यह मिर्च उगाई जाती है। इसके अलावा इंडो-5, रोशनी, अंकुर, मधुबाला, फटकी और बेदकी मिर्च भी विशिष्ट हैं। यह मिर्च गुंटूर के अलावा खम्मम और वारंगल में भी उगाई जाती है। इसके अलावा फटकी, अंकुर, मधुबाला, इंडो-5, रोशनी और बेदकी मिर्च भी खास है।
गुंटूर का इतिहास
गुंटूर का इतिहास आठवीं शताब्दी में फ्रांसीसी शासकों ने बनाया था। यहां अगले १००० वर्षों तक फ्रांसीसी शासकों का शासन रहा। 1788 में ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल हो गया।
ये पढ़ें : Indian Railways :भारत का सबसे ताकतवर इंजन, पूरी दुनिया मानती है इसका लोहा