दरभंगा में कहां बनेगा एम्स, जमीन हुई फाइनल, एयरपोर्ट से होगी सिर्फ इतनी दूरी
Bihar News : बिहार के दरभंगा जिले में केंद्र सरकार द्वारा शहर के पश्चिमी हिस्से एक में शोभन बाईपास के किनारे पर दरभंगा एम्स को बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके बनने से शहर का विकास तेजी से होगा और इससे स्थानीय लोगों और विशेषज्ञों को भी लाभ मिलने वाला है।
होटल और टूरिज्म इंडस्ट्रीज को मिलेगी, तेजी
दरभंगा में एम्स का निर्माण होने से होटल, टूरिज्म, इंडस्ट्रीज आदि के कार्य में बढ़ोतरी होगी। इससे जिले के स्वास्थ्य एवं रोजगार को भी बेहतर प्रगति मिलने वाली है। इस दौरान आपको बता दें कि एयरपोर्ट बनने के बाद शहर के पूर्वी हिस्से में रोजगार और विकास के कार्यों में तेजी आई है। इसके बनने से जिले के वासुदेवपुरम, अलीपुर, रानीपुर, बिशनपुर, आलमगंज, मौलागंज, चकजमाल, भरियाही आदि गांवों के विकास की स्थिति में सुधार आया है।
इससे ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा शॉपिंग कंपलेक्स, अपार्टमेंट, होटल, दुकान आदि का निर्माण तेजी से हुआ है। इस एयरपोर्ट के बनने से विशेष तौर पर होटल और वहां कारोबारी को अच्छा लाभ मिल रहा है।
इसके बाद दरभंगा एम्स के बनने से मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, समस्तीपुर आदि जिलों के लोगों को आने जाने में अच्छी सुविधा प्राप्त होने वाली है। इसके निर्माण होने से दरभंगा के बहादुरपुर एवं हनुमानगर के काफी ग्रामीण इलाकों मैं काफी बदलाव आएगा। इसके बनने से शहर के दायरे में 15 से 20 किलोमीटर तक वृद्धि होने वाली है।
दरभंगा एयरपोर्ट से 17 किलोमीटर होगा, दूर
इस एम्स का निर्माण शोभन एकं बाईपास से दरभंगा एयरपोर्ट के बीच की दूरी तकरीबन 17 किलोमीटर होने वाली है। जिससे लोगों के आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
ट्रैफिक की हालत होगी, ज्यादा खराब
इसका निर्माण होने से सहरसा, सुपौल, मधुबनी आदि जिलों के साथ दरभंगा के कुशेश्वरस्थान, अलीनगर, बेनीपुर आदि प्रखंडों के लोगों को एम्स तक पहुंचाने के लिए शहर से होकर जाना पड़ेगा। जिसके कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर लोड बढ़ने वाला है। आपको बता दें कि शहर में पहले से ही ट्रैफिक जाम की समस्या बेहद ही खस्ता हालत में है।
ऐसे में एम्स का लोड बढ़ जाने से हालात और भी बदतर हो जाएंगे। इसके बनने के कारण शहर में फोरलेन का निर्माण करने की बातें भी उठने लगी है। बताया जा रहा है कि इसको लेकर वीआईपी रोड हिस्ट्री बैठ रही है। आपको बता दें कि यह 70 से 80 फीट चौड़ी सड़क है और इसे आसानी से फोरलेन में बदला जा सकता है। इसके बनने से शहर वासियों को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा और मरीजों को भी एम्स तक पहुंचने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।