आपके खाने के काम आने वाली मिर्च आखिर कहां से आती है , आइये जानते है?
Saral Kisan - दिन में शायद ही कोई ऐसा दिन होगा जब आप मिर्च (Chilli) नहीं खाते होंगे। इसे ब्रेकफास्ट से डिनर तक कई डिशों में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिर्च का मूल भारत से नहीं है? अमेरिका से मिर्च भारत लाया गया था, लेकिन आज भारत मिर्च उत्पादन में पहले स्थान पर है (Chilli In India)। भारत में मिर्च का उत्पादन और खपत दोगुना है। इसलिए आज हम आपको बताते हैं कि मिर्च भारत में कैसे आई और आज उसकी स्थिति क्या है। हम आपको मिर्च के बारे में बहुत कुछ बताएंगे जो आपको हैरान कर देंगे। तो आप मिर्च के बारे में जानते हैं..
मिर्च का इतिहास कब से है?
कई इतिहासकारों का यह मानना है कि सेंट्रल और साउथ अमेरिका के लोगों ने 7000 बीसी से मिर्च का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा, मैक्सिको में 6000 साल पहले मिर्च की खेती शुरू की गई थी। यानी 6000 साल पहले से ही लोग मिर्च खाते और उसे बोते हैं। दुनिया भर में लगभग चार सौ तरह की मिर्च उगाई जाती है, जो इसकी वैरायटी का संकेत है।
मिर्च
आप जानते हैं कि अमेरिका में मिर्च का पहला उपयोग हुआ था। लेकिन सवाल है कि हर मील में भारत में इस्तेमाल की जाने वाली मिर्च कैसे आई? रिपोर्ट के अनुसार, यह अमेरिका से 1498 में वाक्सो डी गामा ने भारत लाया था। गोवा ने पहले मिर्च का स्वाद चखा, फिर पूरा देश मिर्च जानने लगा। आप अब सोच रहे होंगे कि इससे पहले भारत में मिर्च क्यों नहीं खाई जाती थी।
इसका अर्थ है कि भारत में पहले काली मिर्च का इस्तेमाल किया गया था। जब लाल मिर्च भारत में आई, तो यह उगाने में आसान हो गया और लोगों को पसंद आने लगा, जिससे यह बहुत पंसद किया गया। इसके बाद, लाल मिर्च ने काली मिर्च को रास्ते से बाहर कर दिया, जिससे यह लोकप्रिय हो गया। यह भी कहा जाता है कि मिर्च श्रीलंका (जिसे लंका भी कहते हैं) से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में आई थी। इसलिए अनुमान लगाया जाता है।
भारत में मिर्च का उत्पादन कैसा है?
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका से मिर्च भारत में आई, लेकिन भारत ने इस पर काम किया। भारत मिर्च उत्पादन में अब काफी आगे है और एक बड़ा निर्यातक है। भारत के बाद मिर्च का उत्पादन चीन, पेरू, थाईलैंड और पाकिस्तान करते हैं। भारत अब मिर्च को अमेरिका, नेपाल, यूके, श्रीलंका और बांग्लादेश भेजा जाता है। 13 लाख मेट्रिक टन प्रति वर्ष भारत में उत्पादित होते हैं।
मिर्च का तीखापन कैसे पता चलता है?
अमेरिका के डब्ल्यू एल स्कॉविल ने 1912 में एक विधि खोज निकाली जिससे आखिर मिर्च की तीव्रता मापी जा सकती थी। उन्होंने शुगर का उपयोग करके मिर्ची का तीखापन मापने का उपाय खोजा और एक अलग बनाया। एसएचओ यूनिट बाद में विकसित किया गया। यह सबसे तीखी मिर्च खोजने के लिए बनाया गया। इससे मिर्च की तीक्ष्णता स्पष्ट होती है।
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